सी. एन. सी. टर्निंग मशीन के लिए टूल होल्डर की निर्मिती करने वाली स्फूर्ती मशीन टूल्स यह कंपनी लाइव टूल होल्डर बनाने वाली भारत की एकमात्र कंपनी है। प्रस्तुत लेख में स्फूर्ती के लाइव टूल होल्डर के बारे में जानकारी दी गई है।
सर्वोत्तम अचूकता के यंत्रभाग बनानेवाले भारतीय कारखाने, खास तौर से स्वचालित क्षेत्र के लिए प्रमुख रूप से नियत काम करते करते अब अभियांत्रिकी, मेडिकल, अंतरिक्ष, तेल और वायु, पंप प्रणाली, उर्जा आदि उद्योग क्षेत्र के लिए यंत्रभाग की आपूर्ति कर रहे हैं। इस क्षेत्र में एक ही समय बड़ी संख्या में एक जैसे पुर्र्जों की माँग, ऑटोमोटिव क्षेत्र की तुलना में, कम है या सामान्य है। इन पुर्र्जों को बनाते समय आवश्यक विविध प्रक्रियाओं के लिए (मल्टिपल प्रोसेस) अलग अलग सेटअप में क्लैम्पिंग डीक्लैम्पिंग करना पडता है। इससे ज्यामितीय और मापन की सुनिश्चितता पाने में मुश्किल आती है। एक समूह में जब कार्यवस्तु की संख्या कम होती है तब विशेष पुर्जों के लिए अतिरिक्त जोड़ (फिक्श्चर) और विशेष टूल का आयोजन करना आसान तथा व्यावहारिक नहीं होता। इसलिए अब सी.एन.सी. टर्न मिल सेंटर स्थापित होने लगे हैं, जो भारतीय मशीन टूल ग्राहकों को आकर्षित कर रहे हैं। इन मशीनों पर काम करते वक्त भी अतिरिक्त जोड़ों की जरूरत पड़ती है। परंतु वें कम जटिल होते हैं।
टर्न मिल सेंटर के होते हुए उत्पादक टर्निंग, ड्रिलिंग, मिलिंग और टैपिंग यह सारे काम एक ही सेटअप में कर सकते हैं। इस से काम का समय भी बच जाता है।
इन प्रकार के मशीनों में इस्तेमाल किया जानेवाला लाइव टूल होल्डर एक महत्वपूर्ण उपसाधन (ऐक्सेसरी) है। टर्न मिल सेंटर में इन उपसाधनों का उपयोग कर के जिन पुर्जों पर ऑपरेशन करने होते है, ऐसे पुर्जे एक ही सेटअप में बना सकते हैं। यह टूल होल्डर,
ड्रिवन टूल चलाने की क्षमता होनेवाले, टरेट टूल डिस्क में (चित्र क्र.1) बिठाए जाते हैं।
लाइव टूल होल्डर एक बहुत ही सुनिश्चित रूप से बनाया गया साधन होता है। वास्तव में यह मशीन टूल स्पिंडल होता है। इसकी घूमने की गति को 6000 आर.पी.एम. तक बढ़ाया जा सकता है। इस होल्डर की विकास प्रक्रिया करीबन तीन साल चल रही थी। इसकी संरचना और संयुजन को नए तरीके से विकसित किया गया है।
लाइव टूल होल्डर के पुर्जों में उच्च स्तरीय अचूकता होने की उम्मीद की जाती है। इस बात को ध्यान में रखते हुए हमने ‘हेर्मल वी.एम.सी.’ और ‘हार्डिंग्ज सी.एन.सी. हार्ड टर्निंग’ जैसी सबसे उच्च स्तरीय सटीक मशीन खरीदी है। इसी के साथ ‘कार्ल झाइस सी.एम.एम.’ जैसी मापन के लिए आवश्यक सेटअप की खरीदारी की है। इन सभी पूँजीनिवेशों के सिवा अपेक्षित स्तर की अचूकता प्राप्त नहीं की जा सकती थी। जागतिक स्तर केमानक की बराबरी करनेयोग्य गुणवत्ता पाने केलिए हमने एक खास संयुजन कक्ष और जाँच के लिए उपकरण संच (रिग) उपयोजित किए (चित्र क्र. 2, 3, 4)।
एक प्रातिनिधिक लाइव टूल होल्डर की संरचना चित्र क्र. 5 में दिखाई गई है।
लाइव टूल होल्डर का वर्गीकरण
• ऐक्सिअल टूल होल्डर : इस प्रकार में ड्रिल/मिल करते समय टूल की अक्षरेखा टर्न मिल सेंटर के स्पिंडल से समानांतर रहती है। (चित्र क्र. 6)
• रेडियल टूल होल्डर : इस प्रकार में ड्रिल/मिल करते समय टूल की अक्षरेखा टर्न मिल सेंटर के स्पिंडल की अक्षरेखा से लंबरूप रहती है। (चित्र क्र. 7)
• दो सिरा (डबल एंड) टूल होल्डर : ट्विन स्पिंडल या सबस्पिंडल प्रकार के टर्नमिल सेंटर में इसका उपयोग किया जाता है। इसमें एक ही होल्डर का प्रयोग कर के दोनों स्पिंडल पर नियंत्रण पाया जा सकता है। टूल की अक्षरेखा स्पिंडल की अक्षरेखा से समानांतर होती है। (चित्र क्र. 8)
• आवश्यकता के अनुसार कोण बदलनेवाला टूल होल्डर (ऐडजस्टेबल ऐंग्युलर हेड टूल होल्डर) : इस प्रकार में विशेष कोण में ड्रिल/मिल कर सकते हैं। (चित्र क्र. 9)
होल्डर के ड़ंड़े (शँक ) के प्रकार के अनुसार भी उसका वर्गीकरण किया जाता है। (चित्र क्र. 10)
• वी.डी.आइ. : होल्डर के ड़ंड़े (शँक ) DIN मानक 69880 के अनुसार बनाए जाते है।
• बी.एम.टी. (बेस्ट माउंटेड टूलिंग) : यह टरेट टूल डिस्क डिजाइन में हाल ही में किया गया एक सुधार है। यह अधिक दृढ़ एवं अचूक है। इसके अलावा टरेट के ड्राइव कपलिंग के साथ जुड़नेवाली अलग अलग प्रकार की ड्राइव कपलिंग भी होती हैं (चित्र क्र. 11)
• DIN5480
• DIN5482
• DIN1809
केस स्टडी
लाइव टूल के साथ टर्नमिल सेंटर का उपयोग करते वक्त होने वाले फायदों को समझने के लिए एक उदाहरण दिया गया है। चित्र क्र. 12 में वी.डी.आइ. टूल होल्डर दिखाई दे रहा है। पुरानी प्रणाली के अनुसार इसपर होने वाले समतल भाग एवं खाँचे के यंत्रण के लिए वी.एम.सी. पर दो अलग सेटअप कर के काम किया जाता था। टर्नमिल मशीन (चित्र क्र. 13) के कारण ये दोनों काम एक ही सेटअप में होने लगे हैं। इसके फायदे इस प्रकार हैं
1. कम से कम मूलभूत पूँजीनिवेश की आवश्यकता होती है। सी.एन. सी. लेथ और वी.एम.सी. मशीन दोनो खरीदने की तुलना में यह 20 से 25% किफायती होता है।
2. कम जगह की आवश्यकता होती है।
3. एक ही ऑपरेटर टर्नमिल सेंटर चलाता है, इसलिए दो अलग मशीन पर लगने वाले दो ऑपरेटर की तुलना में एक व्यक्ति की बचत होती है।
4. मशीन के पुर्जों का कारखाने के अंदर परिवहन कम होता है।
5. सारे मशीन के पुर्जे एक ही बार में क्लैम्प कर के बनाए जाते है, इसलिए पूरी यथार्थता मिलती है।
6. काम में लगनेवाला समय कम होता है।
7. अतिरिक्त सेटअप, उपकरण या टूल की आवश्यकता नहीं रहती।
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पी. सेकरजी यांत्रिकी अभियंता है। आप 1989 साल में प्रगति ऑटोमेशन प्रा. लि. कंपनी से जुड़ गए। आपको टूल डिस्क और टूल होल्डर इस क्षेत्र का 30 साल का अनुभव है। स्फूर्ती मशीन टूल्स प्रा. लि. कंपनी के आप मुख्य संचालक है।