इम्टेक्स 2019 पर एक नजर

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Dhatukarya - Udyam Prakashan    01-मार्च-2019
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A look at Imtex 2019
 
 
देश में उभर कर आने वाले नए उत्पादों की ताकत विेश के सामने प्रकट करने हेतु प्रभावशाली माध्यम की आवश्यकता होती है। विेशभर में निर्माण होने वाला आधुनिक तंत्रज्ञान, उद्योजक एवं आम आदमी तक पहुँचाने के लिए एक मंच जरूरी है। इम्टेक्स से ये दोनों जरूरतें पूरी होती है। बंगलुरू में जबसे इम्टेक्स प्रदर्शनी आयोजित होना शुरु हुआ तबसे कर्नाटक राज्य की ओर निवेशक आकर्षित होने लगे। मएरोस्पेस वर्टिकल कर्नाटकफ को प्रेरित करने के लिए मएरोस्पेसफ नीति घोषित की गई। 2013-2023 के कालखंड में इस क्षेत्र में 10 अरब डॉलर का निवेश होने का विेशास कर्नाटक के मुख्यमंत्री एच. डी. कुमारस्वामी ने इम्टेक्स की 50 वी प्रदर्शनी के उद्घाटन के मौके पर जताया। जनवरी माह के 24 से 30 तारीख के दौरान बंगलुरू इंटरनैशनल एक्जिबिशन सेंटर (BIEC) में इम्टेक्स 2019 एवं टूलटेक 2019 ये विेशभर में ख्यातकीर्त प्रदर्शनी आयोजित की गई थी। लगातार 50 वर्ष चलती आई इस प्रदर्शनी में इस बार केवल पूरे भारत के उद्योजक ही नहीं बल्कि विेश के 26 देश शामिल हुए थे। इंडियन मशीन टूल मैन्युफैक्चरर्स असोसिएशन (IMTMA) की ओर से आयोजित की इस प्रदर्शनी में मशीन टूल, कटिंग टूल, मापन, उपसाधन जैसे विभिन्न क्षेत्रों की 1222 कंपनियों ने अपने उत्पाद प्रस्तुत किए।

Table - 1
 
इस प्रदर्शनी की यात्रा तथा भारतीय उद्योग क्षेत्र के बारे में IMTMA के भूतपूर्व प्रेसिडेंट और अब मीडिया प्रोग्राम कमिटी के चेयरमन रहे शैलेश सेठजी ने धातुकार्य मैगजिन के लिए खास साक्षात्कार किया। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने भारतीय मशीन टूल उद्योग के विभिन्न पहलू विस्तार में बताए। उन्होंने कहा कि पिछले 4 सालों में भारतीय मशीन टूल उद्योग में कुछ विशेष प्रवाह (ट्रेंड) उभर आए हैं। किसी भी प्रवाह का उदय बाजार से आने वाली माँग में से होता है। पिछले 4 से 5 सालों में वाहन उद्योग में रही बढ़ती माँग यहाँ का प्रधान मड्राइवरफ रहा है। तथा पिछले कुछ सालों से दो या चार पहिये वाले वाहनों की माँग अब ट्रक, बस, ट्रैक्टर जैसे बड़े वाहनों की माँग की वृद्धि में परिवर्तित होती नजर आ रही है। साथ ही वाहन उद्योग द्वारा पुर्जों की होने वाली निर्यात का भी इस वृद्धि में बड़ा हिस्सा है। बढ़ती माँग के इस विशेष रूप के कारण हाइटेक एवं बड़ी मात्रा में उत्पादन कर पाने वाली मशीनों का उत्पादन भी बढ़ गया है।
 
मशीन टूल उत्पादन में दूसरा महत्वपूर्ण प्रवाह यह है कि ग्राहक उत्पादक के पास उपलब्ध रही मशीन ना खरीद कर, उसे जो पुर्जा बनाना है उसके लिए उचित मशीन की माँग करते हुए दिखाई देता है। इसलिए उत्पादकों ने भी, बाजार की माँग के अनुसार, अपनी स्टैंडर्ड मशीन ना बेचते हुए ‘समस्या का हल (सोल्युशन)’ बेचना शुरु किया है। गुणवत्ता, कीमत एवं उत्पादन अवधि इस त्रिसूत्री को उद्योग क्षेत्र में होने वाली अत्युच्च प्रधानता के कारण मशीन टूल डिजाइन और उसकी विशेषताओं में बड़े बदलाव हो रहे हैं। मशीन की गति, उसकी बहुउपयोगिता, मशीन निरंतर चलने के लिए आवश्यक मऑनलाईन जाँचफ और इन सभी के लिए जरूरी आधुनिक साफ्टवेयर इन बातों का सही संयोग रखने वाली मशीन बेचने का तीसरा प्रवाह भी काफी मात्रा में स्थापित हुआ दिखता है। मप्रॉडक्ट लाईफ साइकिलफ कम होने की वजह से मशीन टूल उत्पादकों ने, प्रतियोगिता में बने रहने के लिए, वर्तमान तथा आने वाले समय की आवश्यकता जान कर पहले से अपने उत्पाद विकसित करना जरूरी हो गया है। उत्पाद की गुणवत्ता, दर्जा और समय पर सप्लाइ इन आवश्यकताओं को पूरा करने हेतु मौजूदा मानव संसाधनों के कौशल विकास के साथ स्वचालन भी एक तकिया कलाम बन गया है। इसे इस क्षेत्र का चौथा प्रवाह कहना गलत नहीं होगा। इस बारे में उन्होंने बताया कि 6 साल पहले इम्टेक्स में रही स्वचालित मशीन की संख्या अब कुछ गुना बढ़ी हुई दिखाई दे रही है। पाँचवा झुकाव है मशीन का आकार छोटे से छोटा रखने पर मशीन उत्पादक ज्यादा ध्यान देने लगे हैं। जगह की कीमत और माँग दोनों बढ़ती जाने से उपलब्ध जगह का अधिकतम मात्रा में इस्तेमाल करने की जरूरत पूरी करने हेतु ही यह प्रवाह दृढ़ हो रहा है। इसीलिए पिछले 4 सालों में मशीन के 50% घटे हुए आकार हमें दिखाई देते हैं। छठी और वर्तमान में महत्वपूर्ण रही धारा यह है कि उत्पादक स्मार्ट तथा सोचने वाली मशीन बनाने लगे हैं। मशीन अपनी तंदुरुस्ती में होने वाले उतार चढ़ाव खुद ही समझ कर अब प्रयोगकर्ता को इसके पूर्वसंकेत देता है ताकि उन पर सही समय पर इलाज करना संभव हो।

Figure .1
 
किसी भी उद्योगक्षेत्र के झुकाव जानते समय केवल आज की ना सोचते हुए भविष्य में आने वाले बदलाव, संभाव्य नई विचारधाराएँ (ट्रेंड) आदि पर भी ध्यान देना जरूरी है। इस विषय में, भविष्य में भारतीय उद्योग क्षेत्र किस तरह का होगा इस बात का अंदाजा करते हुए सेठजी ने कहा, “इस साल की इम्टेक्स से पता चलता है कि अगली इम्टेक्स में प्रधानता से प्रयोगकर्ता की उत्पादन प्रणाली के लिए उचित होने वाले मशीन की माँग ही अधिक रहेगी। इसी को इंडस्ट्री 4.0 से संगत मशीन भी कहा जा सकता है। इसके लिए प्रधान आवश्यकता है कि वह मशीन स्मार्ट हो, loT के लिए अनुकूल हो और अन्य या आसपास की मशीन से समान भाषा में संवाद कर सके। इस हेतु शायद कम्प्यूटर की अलग अलग भाषाएं इकट्ठा कर के उनका प्रयोग करने वाली तथा संपर्क आसान बनाने वाली नई प्रणाली उस वक्त आवश्यक होगी। आने वाले समय में वाहन उद्योग में उत्पादन का जोर ज्यादातर भारी वाहन के निर्माण पर होगा, जिससे उसके लिए जरूरी मशीन की माँग बढ़ जाएगी। यह परिवर्तित प्रवृत्ति अगली इम्टेक्स में हमें नजर आएगी। भविष्य की एक और महत्वपूर्ण प्रवृत्ति होगी ऐडिटिव मैन्युफैक्चरिंग में होने वाली बढ़त। इस प्रौद्योगिकी में काफी तेज बदलाव हो रहे हैं और वह और भी सहजता से बढ़ रही है।”
 
मशीन टूल
प्रदर्शनी के मशीन टूल विभाग में, विख्यात कंपनियों के साथ, लघु और मध्यम आकार की कंपनियाँ भी सहभागी हुई थीं। एस माइक्रोमैटिक ग्रुप, ज्योती सी.एन.सी., बी.एफ.डब्ल्यू., डी.एम.जी. मोरी, एल.एम.डब्ल्यू, मझाक, मकिनो, लोकेश मशिन टूल्स जैसी प्रधान कंपनियों के विशाल स्टाल आगंतुकों की भीड़ अपनी ओर खींच रहे थे।
 
बंगलुरू की प्रगति ऑटोमेशन प्रा. लि. कंपनी ने, टरेट के विभिन्न आधुनिक प्रकारों के साथ, पूरी तरह से भारतीय बनावट की कंट्रोल सिस्टम वाला सी.एन.सी. लेथ मशीन एवं 5 अक्षीय मशीनिंग सेंटर इस प्रदर्शनी में प्रस्तुत किया था। इस प्रणाली के निर्माण के प्रमुख एवं कंपनी के संचालक दीपक जोगलेकरजी के अनुसार, उनका प्रधान उद्देश्य था इस प्रदर्शनी में अन्य मशीन टूल उत्पादकों को यह स्वदेशी प्रणाली चला कर साबित कर दिखाना। इस प्रणाली में सर्वो मोटर, सर्वो ड्राइव से ले कर सभी पुर्जे मप्रगतिफ ने विकसित किए हैं। जोगलेकरजी यकीन दिलाते हैं कि इससे ग्राहकों को कीमत में जरूर लाभ होगा। जोगलेकरजी ने यह भी बताया कि इस वक्त प्रचलित रही अन्य नियंत्रण प्रणालियों की सभी विशेषताएँ इस में शामिल नहीं हैं, फिर भी कीमत तथा सेवा में होने वाला लाभ देख कर द्वितीय एवं तृतीय स्तर के मशीन टूल उत्पादक इस प्रणाली को अच्छी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।

'Pragati' itself made the CNC. Taking knowledge of 7 senses system of lathe machine & 'Jyoti' running on the system
 
ज्योती सी.एन.सी. ऑटोमेशन लि. कंपनी ने अपने स्टॉल पर NYU समूह में 5 प्रकार की टर्निंग और वी.एम.सी. मशीन प्रस्तुत की, जब कि टेकयन विभाग में मशीनिंग सेंटर के नवीनतम प्रकार रखे थे। उनमें AI की विशेषताओं वाला 5 अक्षीय मशीनिंग सेंटर भी था। लैंडिंग गियर शाफ्ट के यंत्रण के लिए बनाई गई 16 अक्षीय मशीन सब का ध्यान आकर्षित कर रही थी। IoT तथा इंडस्ट्री 4.0 की आज की आवश्यकता ध्यान में ले कर, मशीन की तंदुरुस्ती एवं उसके कार्य की जानकारी स्वचालित तरीके से दर्ज करते हुए उसका विश्लेषण तथा रिपोर्ट भी देने वाली और पूरी तरह से भारत में बनाई गई '7 सेन्स' प्रणाली प्रस्तुत की थी। फैक्टरी की कौनसी भी प्रकार की चाहे जितनी सी.एन.सी. मशीन इस प्रणाली से जोड़ कर, मशीन का कार्य अवधि बढ़ाने हेतु, संबंधी व्यक्तियों को उनकी जगह पर या उनके स्मार्टफोन पर भी मशीन के तत्काल या किसी भी कालखंड के सभी प्रकार के रिपोर्ट इससे मिल सकते हैं। मिसाल के तौर पर मशीन पर हुआ उत्पादन, मशीन बंद रहने की अवधि, मशीन बंद रहने के कारण जैसी उत्पादन संबंधी जानकारी के साथ स्पिंडल का तापमान, कंपन, शीतक के दबाव की मात्रा, कंट्रोल पैनल का तापमान, स्नेहन का दबाव, तापमान स्तर जैसी, मशीन के महत्वपूर्ण पुर्जों से जुड़ी, जानकारी भी मिलती है। इसलिए किसी पुर्जे में बिगाड़ हो कर मशीन बंद होने से पहले ही प्रबंधक समूह उस पर इलाज का नियोजन कर सकता है। ज्योती सी.एन.सी. के चैनल सपोर्ट प्रबंधक अरुण नेनेजी ने यह विचार प्रकट किया कि इस समय मशीन टूल उद्योग में मौजूदा खूब ज्यादा माँग का कारण वाहन उद्योग में बढ़ी निर्यात है। उन्होंने कहा कि भारतीय उद्योग में आज 5 अक्षीय मशीन की माँग अब दृढ़ होने का कारण भी यही है।
 
इस साल ही बनाए गए दालन क्र. 5 में एस माइक्रोमैटिक समूह के सुंदर एवं सुनियोजित स्टाल की तरफ सब का ध्यान खींचा जा रहा था। एस डिजाइनर्स लि. के VAS और ऐप्लिकेशन सपोर्ट ग्रुप विभाग के प्रमुख काशिनाथ पटनशेट्टीजी ने बताया कि इस वर्ष की प्रदर्शनी में साइकिल टाईम घटाना, उत्पादकता बढ़ाना और ग्राहक के खर्चे में बचत करना, इस त्रिसूत्री को एस माइक्रोमैटिक समूह ने नजर में रखा है। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि मशीन का आकार घटा कर ग्राहक की फैक्टरी में जगह की बचत करना भी महत्वपूर्ण उद्देश्य है। मएसफ की सभी मशीन इन्ही सूत्रों पर निर्भर थी और इन्हीं विशेषताओं से ग्राहक आकर्षित हो रहे थे। साइकिल टाईम आधी मात्रा तक कम करने वाली मशीन के साथ ही 1 माइक्रॉन की सटीकता दिलाने वाली हाइड्रोस्टैटिक दबाव पर आधारित गाईडवे संचलन वाली मशीन मएसफ ने इस साल प्रदर्शित की थी। इस मशीन में बॉल स्क्रू एवं गाईडवे की प्रणाली की जगह हाइड्रोलिक दबाव की प्रणाली होने के कारण मशीन का संचलन 0.5 माइक्रॉन की मात्रा में हो सकता है और यंत्रण में सबसे उच्च परिशुद्धता पाना संभव होता है।

Table.2
 

'S' that HPT 180 HS Machine 
 
वैश्विक स्तर पर अग्रस्थान में रही मशीन टूल उत्पादक कंपनी डी.एम.जी. मोरी को उम्मीद है कि उनकी कुल बिक्री में भारत का हिस्सा अगले 10 साल में 3% से 10% तक पहुँच जाएगा। 2030 तक उनके कुल उत्पादन में भारतीय बाजार का हिस्सा चायना से भी अधिक होगा, इस बात का उन्हें यकीन है। इस साल डी.एम.जी. ने 5 अक्षीय मशीन के अलग अलग सुधारित प्रकार प्रस्तुत करते समय, खुद का रोबो इस्तेमाल करते हुए, 4 से 5 मशीन का सेल संपूर्ण स्वचालित रूप से चलाने वाला नमूना अपने स्टाल में
रखा था।
 
भविष्य में प्रभावशाली साबित होने वाले ऐडिटिव मैन्युफैक्चरिंग उद्योगक्षेत्र के बारे में भी यह कंपनी अधिक निश्चित रूप से अपनी मौजूदगी जताती हुई नजर आई। “यह एक गलतफहमी है कि ऐडिटिव मैन्युफैक्चरिंग आज के मशीन टूल उद्योग के लिए विनाशकारी होगा। जब अल्प समय में तथा कम संख्या में पुर्जे बनाने हों तो ऐडिटिव पद्धति बहुत ही उपयोगी साबित होगी।” यह बताते हुए डी.एम.जी. मोरी के अध्यक्ष डॉ. मासाहिको मोरीजी ने कहा, “बड़ी मात्रा में निर्माण होने वाले पुर्जों के लिए मशीन टूल ही प्रभावशाली माध्यम होगा।” दालन क्र. 4 में उनके स्टाल में उन्होंने कुछ चुनिंदा माध्यम प्रतिनिधियों से बातचीत की। तभी डी.एम.जी. मोरी इंडिया कंपनी के डेप्युटी मैनेजिंग डाइरेक्टर सुनील रावजी ने मशीन के बारे में बताते हुए कहा, “पहले से उच्चतम परिशुद्धता का ही लक्ष्य रख कर हमारी मशीन का निर्माण किया जाता है और आगे भी किया जाएगा। हमारी मशीन में स्पिंडल, स्लाइडिंग बेड को ठंड़ा करने वाली प्रणाली होने के कारण मशीन की मजबूती तथा उच्च स्तर के पैरामीटर पर काम करने की क्षमता ग्राहक के लिए लाभकारी होती है। साथ ही हम जिनका प्रयोग करते हैं वह बिल्ट इन मोटर ड्राइव और बाक्स टाईप गाईडवे से मशीन के संचलन की अचूकता बढ़ती है। लघु एवं मध्यम आकार के उद्योजकों के लिए हमने हमारी मशीन में गियर हॉबिंग साइकिल जैसेविशेष तंत्रज्ञान को शामिल किया है। इससे उद्योजक विभिन्न किस्म का यंत्रण एक ही मशीन टूल पर करने की सुविधा पा रहे हैं।” डी.एम.जी. मोरी की जर्मनी स्थित फैक्टरी में प्रशिक्षित हो कर कुशल बने 50 से ज्यादा सेवा अभियंता अब भारत में ग्राहकों को सेवा दे रहे हैं। उन्होंने इस समय कहा कि डी.एम.जी. मोरी के भारतीय ग्राहकों के लिए यह बहुत बड़ी और काफी महत्वपूर्ण सेवा है।
 
विडमा कंपनी के जनरल मैनेजर जे. प्रभाकरजी की राय है कि इम्टेक्स के माध्यम से कई नए ग्राहकों तक पहुँचने में मदद मिलती है। स्वचालन, एस.पी.एम. जैसे क्षेत्रों पर यह कंपनी ज्यादातर ध्यान देती हुई दिखाई दी। प्रदर्शनी में विडमा ने ट्विन स्पिंडल वर्टिकल मशीनिंग सेंटर एवं टूल ग्राईंडिंग क्षेत्र में इकोग्राइंड शृंखला का नया मॉडल पेश किया। इन सभी मशीन में आवश्यक साफ्टवेयर कंपनी में ही विकसित किए जाने के कारण ग्राहकों को बिक्री पश्चात गुणवत्तापूर्ण सेवा तुरंत मिल सकती है। प्रभाकरजी ने आगे कहा, “ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक टूल्ड अप सोल्युशन देने में भी हम अग्रस्थान पर हैं।” कुछ अभिनव स्वचालित उपकरण के प्रयोग से दिए हुए फिक्श्चरिंग के इस कंपनी के विकल्प ग्राहकों को पसंद आते नजर आ रहे थे।

Figure.2
 
मशीन टूल उत्पादकों ने उत्पाद के बजाय मसोल्युशनफ बेचना चाहिए, यह आवश्यकता अब ग्राहकों द्वारा प्रकट होती दिखाई देती है। ग्राहकों की समस्याएँ सामने रखते हुए जीडी वायलर प्रा. लि. ने ‘वर्सा टर्न’ मशीन प्रदर्शनी में प्रस्तुत की थी। मशीन के सैडल पर रही जीरो पॉईंट क्लैंपिंग सिस्टम, टरेट और लीनियर टूल जैसी सारी सुविधाएँ एकसाथ उपलब्ध होने के कारण ग्राहक उत्पादन प्रणाली में कोई भी परिवर्तन बहुत कम समय में कर पाता है। इस कंपनी के विपणन एवं बिक्री विभाग के उपाध्यक्ष के. गणपथी सुब्रमणियनजी ने बताया, “इन सुविधाओं वाली मशीन अन्य मशीन से थोड़ी महँगी होने पर भी इसके लाभ को ध्यान में रख कर लघु, मध्यम उद्योजकों ने भी इसके प्रति माँग दर्ज की है।”
 
टूलटेक 2019
मशीन टूल उद्योग में मशीन के साथ ही उसमें यंत्रण हेतु इस्तेमाल होने वाला कटिंग टूल भी उतना ही महत्वपूर्ण है। उत्पादन से जुड़ी ग्राहक की अपेक्षाएँ पूरी करने हेतु हर टूल उत्पादक विभिन्न ज्यामिति वाले टूल बाजार में लाता रहता है। इस साल की टूलटेक प्रदर्शनी भी इसको अपवाद नहीं थी। प्रसिद्ध टूल उत्पादकों के साथ ही अन्य देशी तथा विदेशी टूल उत्पादक जटिल कार्यवस्तुओं के यंत्रण एवं हार्ड पार्ट टर्निंग जैसी जरूरतों के लिए उपयोगी टूल का प्रदर्शन कर रहे थे। इनमें चायना, कोरिया, तैवान की कंपनियों की उपस्थिति उल्लेखनीय थी। टूलटेक प्रदर्शनी का यह 21 वा साल था।
 
टूलिंग क्षेत्र में अग्रणी रही सँडविक कोरोमंट ने इस साल कोरोकट® क्यूडी (CoroCut® QD) और प्राईम टर्निंग जैसी दो नई तकनीक वाले उत्पाद प्रस्तुत किए। कटिंग टूल क्षेत्र में नया तंत्रज्ञान लाने में पिछले कई साल यह कंपनी आगे रही है। कंपनी के डिजिटल मशीनिंग दक्षिण और पूर्व एशिया विभाग के उपाध्यक्ष सुनिल जोशीजी ने बताया कि इम्टेक्स में नया तंत्रज्ञान लोगों को दिखाने, उसे उन तक पहुँचाने और अन्य कंपनियों द्वारा प्रस्तुत तंत्रज्ञान देखने के अवसर मिलते हैं। उन्होंने कहा, “IoT से ग्राहकों की जरूरतें और हमारे टूल के बीच की दूरी कम होती जा रही है। हम जो डिजिटल ‘सोल्युशन’ बेचते हैं उसके लगभग 50% ग्राहक लघु एवं मध्यम उद्योगक्षेत्र से हैं।” IoT के विषय में लघु, मध्यम क्षेत्र के ग्राहकों का दृष्टिकोण स्पष्ट करते हुए उन्होंने कहा, “हमने अनुभव किया है कि उनकी मतकनीकी स्वीकार्यताफ (टेक्निकल अब्सोर्प्शन) काफी अच्छी है। इससे निर्णयविधि जल्दी होती है। आवश्यक कौशल होने वाले कर्मचारी मिलना यह लघु तथा मध्यम आकार के उद्योगों के लिए प्रधान एवं गंभीर समस्या है। किंतु इस पर इलाज करने में IoT की सहायता होती है। इसी के साथ डिजिटल माध्यम से हम ग्राहकों से जुड़ रहे हैं। ग्राहकों की अपेक्षानुसार विभिन्न मोड्युल, ऑनलाईन प्रशिक्षा एवं प्रत्यक्ष प्रदर्शन द्वारा, हम ज्यादातर ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं।”

X Axis PArting Tools
 
टंगालॉय इंडिया प्रा. लि. के स्टाल पर ड्रिलिंग, मिलिंग आदि यंत्रण विधि के लिए इस्तेमाल होने वाले आधुनिक टूल रखे गए थे। कंपनी के समीर कुमारजी ने बताया कि लघु, मध्यम आकार के उद्योगों में बड़ी मात्रा में किए जाने वाले यंत्रण के लिए इनका प्रयोग होता है।

Affordable Shoulder Mills in Tangloy
 

एल.एम.टी. टूल्स कंपनी डाइ और मोल्ड के लिए सभी श्रेणी में टूल बनाती है। स्टाल पर प्रदर्शित उत्पादों के बारे में कंपनी के जनरल मैनेजर एवं बिजनेस हेड विवेक कुमठेकरजी ने जानकारी दी। डाइ मोल्ड के लिए बॉल नोज इन्सर्ट यह आवश्यक और महत्वपूर्ण टूल है। इसमें एक ही कटिंग एज होती थी। बॉल नोज इन्सर्ट के दूसरे पृष्ठ का ठीक से प्रयोग ना होने से उत्पादकता घट रही थी। इस समस्या को ध्यान में रखते हुए कंपनी ने विेश का पहला दो पृष्ठ वाला बॉल नोज इन्सर्ट कॉपी मैक्स 2 बनाया है। रफिंग एवं सेमी फिनिशिंग के लिए इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। दो इन्सर्ट का काम एक ही इन्सर्ट से हो कर खर्चा घटता है।

LMT Copy of Max 2 Insert
 

मापन के उपकरण
सभी क्षेत्रों में अचूकता की माँग बढ़ती जा रही है। यंत्रण द्वारा बनाया गया पुर्जा ग्राहक के हाथ में देने से पहले उत्पादक द्वारा उसकी पूरी जाँच होना वर्तमान समय की सामान्य जरूरत बन गई है। आयामों की अचूकता माइक्रॉन में होना प्रत्याशित है। साथ ही उत्पादन की गति बढ़ने के कारण बाजार की अपेक्षा है कि मापन करने वाले उपकरण भी इस गति के लिए पूरक एवं प्रत्याशित अचूकता नापने वाले हों। किया हुआ मापन मशीन या संबंधी प्राधिकारी तक तत्काल पहुँचा कर काम के दौरान ही विधि में प्रत्याशित बदलाव करना भी अब जरूरी बन गया है। ग्राहक की ये सारी उम्मीदें ध्यान में ले कर ही मापन क्षेत्र के छोटे बड़े देशी विदेशी उत्पादकों ने अपने उत्पाद प्रस्तुत किए थे। उनके स्टाल पर आए हुए ग्राहक भी अपनी अपेक्षाएँ उत्पादक के सामने (ड्राईंग या प्रत्यक्ष पुर्जे के साथ) रखते नजर आ रहे थे।
 
लीनियर स्केल में अग्रणी होने वाली हैडेनहाईन कंपनी ने पहली बार अपनी क्लोज लूप प्रणाली प्रस्तुत की। अति उच्च स्तर की परिशुद्धता चाहने वाले उद्योजकों को इस प्रणाली से मिलने वाली मशीन के संचलन की अचूकता आकर्षित कर रही थी।
 
भारत में मापन उपकरण बनाने वाली अग्रणी कंपनी ऐक्युरेट गेजिंग के स्टाल पर अलग अलग किस्म के 35 उपकरण तथा मशीन का प्रदर्शन किया हुआ था। इनमें वाईट लाईट सेन्सर की मदद से कांच और कार के पृष्ठ की रोबोटिक नपाई करने वाली मशीन के साथ साथ 5 अक्षीय ट्रिगर और स्कैन तंत्रावली भी रखी गई थी। इंडस्ट्री 4.0 को अनुरूप रही उनकी मशीन के बारे में बताते हुए कंपनी के संचालक विक्रम सालुंखेजी ने कहा, “छोटी कंपनियों के कई लोग इस प्रदर्शनी में आ कर उन्नत तंत्रज्ञान में दिलचस्पी दिखा रहे हैं और निर्णय भी ले रहे हैं। अहमदाबाद के एक ग्राहक ने इस प्रदर्शनी में 5 अक्षीय सी.एन.सी. मशीन खरीदी और उसके पश्चात वह हमारे पास नपाई मशीन खरीदने के लिए आ पहुँचे। आम तौर पर इस प्रकार की मशीन अब तक बड़ी कंपनियाँ खरीदती थीं लेकिन अब ऐसा नहीं रहा। इस साल यह प्रवृत्ति दिखाई दे रही है कि लघु, मध्यम आकार की कंपनियाँ भविष्य पर नजर रख कर निवेश कर रही हैं। मापन में वे अति आधुनिक विकल्प चाहते हैं।”
 
ऑक्टॅगॉन प्रिसिजन (इंडिया) प्रा. लि. कंपनी ने इस प्रदर्शनी में नया उत्पाद 3D कोऑर्डिनेट मेट्रॉलॉजी सिस्टम प्रदर्शित किया। कंपनी के संचालक विवेक घोडकेजी ने बताया कि इस प्रणाली में सी.एम.एम. द्वारा मिलने वाले संदेश पर प्रक्रिया करने हेतु भरोसेमंद साफ्टवेयर, मापन एवं फिक्श्चर के समान संदर्भ (कॉमन रेफरन्स), एकसाथ अनेक प्रोब कार्यान्वित रहे एयर गेजिंग का उपयोग आदि विशेषताएं शामिल हैं।

Renishaw's XK10 Alignment Laser Equipment for Machine Alignment
 
उपसाधन
यंत्रण का आवर्तन समय घटाने एवं विभिन्न कार्यवस्तुओं तथा टूल पकड़ने हेतु टरेट, टूल होल्डर, रोटेटिंग टूल, चक जैसे कई उपसाधन इस प्रदर्शनी में उत्पादकों ने रखे थे। इनमें प्रगति, स्फूर्ती जैसी विख्यात भारतीय कंपनियों के साथ विदेशी उत्पादकों की संख्या भी बड़ी थी।
 
बेन्झ टूल्स यह विदेशी कंपनी इम्टेक्स में पिछले 10 साल निरंतर सहभागी हो रही है। बेन्झ टूल्स कंपनी के मायकेलजी की यह राय है कि पिछले कई साल इस प्रदर्शनी की कक्षा नित्य बढ़ रही है। उत्कृष्ट तरीके से आयोजित की हुई इस प्रदर्शनी में व्यवसाय के लिए पूरक वातावरण होने के कारण विदेशी कंपनियों के लिए यह हमेशा पसंदीदा जगह रही है। मायकेलजी ने कहा कि यहाँ पर आने वाला स्थानीय उद्योजक नई और उपयोगी तकनीक अपनाने के लिए हमेशा उत्सुक होता है। उन्होंने इस वक्त याद से यह बताया कि इस कंपनी के मध्यम एवं उच्च प्रौद्योगिकी के उत्पादों को भारत में अच्छी माँग है।

Benz's Angular Head
 
सिग्मा टूलिंग्ज कंपनी के स्टाल पर ऐंटिवाइब्रेशन टूल होल्डर यह एक खास उत्पाद प्रस्तुत किया गया था। इस विषय में बताते हुए कंपनी के संचालक सुखेश विंचुरकरजी ने कहा, “ज्यादातर सभी उद्योगों में अब पुर्जों का डिजाइन करते समय उनके संतुलित भार तथा कम जगह लेने वाले आकार पर जोर दिया जाता है। परंतु यह हासिल करते समय पुर्जे की मजबूती बनाई रखना भी एक चुनौती है। यह करते हुए कई बार पुर्जे में लंबाई और व्यास का अनुपात 7 या 8 से अधिक होने वाले टूल का इस्तेमाल करना पड़ता है, जिनमें कंपन निर्माण होकर पृष्ठ का फिनिश ना मिलने की जोखिम है। इस पर मात करने हेतु कंपनी ने विशेष किस्म के मटीरीयल का प्रयोग कर के और दबावयुक्त जेली भर कर बनाए टूल होल्डर सफलता से विकसित करते हुए बाजार में लाए हैं।”

antivibration tool holder
 
छात्रों के लिए इस प्रदर्शनी में दी गई जगह कल के युवा उद्योजकों के लिए एक उत्कृष्ट मंच साबित हुई। हमने इस समय कुछ छात्रों से बातचीत की। उन्होंने उल्लिखित किया कि महाविद्यालय में दी जाने वाली शिक्षा और उद्योगों में प्रयोग होने वाली वास्तविक तकनीक में काफी बड़ा अंतर है। पढ़ाई के दौरान ही उद्योग क्षेत्र में रहा उन्नत तंत्रज्ञान देखने का मौका यहाँ छात्रों को दिया गया, इस कारण कई लोगों ने यह राय दी कि शिक्षा क्षेत्र एवं उद्योग विेश के बीच का अंतर कम करने का यह प्रयास निश्चित रूप से तारीफ के काबिल है। देश भर के लगभग 52 अभियांत्रिकी महाविद्यालयों के छात्रों को इस प्रदर्शनी में अपने प्रोजेक्ट दिखाने का और प्रदर्शनी के सभी दालनों का मुआइना करने का अवसर मिला।

Table.3
 
विदेशी प्रदर्शकों की नजरिए से इम्टेक्स
जर्मन प्रिसिजन कटिंग टूल कंपनी हार्टनर के अँड्रियाज ब्लेब्लेरजी की सोच में भारतीय ग्राहक अधिक जिज्ञासू है और उपलब्ध रहे सभी विकल्प जाँच कर लेता है। उन्होंने यह भी कहा कि विदेशी प्रदर्शनियों की तुलना में इम्टेक्स में आने वाले आगंतुकों की संख्या ज्यादा है। असल में देखा जाए तो उत्पादों की प्रत्यक्ष बिक्री के लिए इस तरह की प्रदर्शनियों की ज्यादा जरूरत नहीं रही है फिर भी एक जगह पर विभिन्न विकल्प देखने के लिए तथा उत्पादक को अपने सभी उत्पाद ग्राहकों के सामने रखने के लिए इनका स्थान महत्वपूर्ण है!
 
एशिया पैसिफिक इलाईट कॉर्प इस तैवानी असोसिएशन की सुश्री ऑलिव्हिया संग ने कहा, “भारत में एस, बी.एफ.डब्ल्यू., ज्योती सी.एन.सी. जैसी मशीन टूल की बड़ी कंपनियों ने प्रचलित मशीन टूल में गुणवत्ता और कीमत के निकषों पर अपना स्थान दृढ़ किया है और इस क्षेत्र में तैवानी मशीन टूल उत्पादकों को तीव्र प्रतियोगिता का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए APEC, HONOR जैसी तैवानी मशीन टूल कंपनियों को हमने सुझाव दिया है कि अपना ध्यान बड़े आकार के, उच्च तकनीक की मदद से बनाए उत्पादों पर दें। इसके लिए हमारी नजर से एरोस्पेस उद्योग सचमुच एक बड़ा बाजार बन गया है।”
 
हॉचेअन मशिन टूल इंडिया प्रा. लि. कोरिया सेल्स ऐंड टेक्निकल (दक्षिण विभाग) के संचालक इरिक किमजी अब तक 6 इम्टेक्स में सहभागी रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि इस साल इम्टेक्स प्रदर्शनी के आकार और प्रौद्योगिकी के समावेश में उल्लेखनीय वृद्धि हो गई है। उन्होंने खुद निरीक्षण की हुई बात बताई कि वर्तमान भारतीय मशीन टूल उद्योग तकनीकी संदर्भ में कोरियन मशीन टूल उद्योग जितना ही मजबूत है। उन्होंने कहा, “पिछले 10 सालों में भारतीय अर्थव्यवस्था में की हुई उन्नति के कारण कोरिया से भारत में आयात होने वाली मशीन टूल की संख्या कुछ ज्यादा बढ़ी नहीं है। इसलिए कोरियन मशीन टूल कंपनियों ने अपना ध्यान मल्टी टास्किंग या स्मार्ट फैक्टरी के लिए आवश्यक मशीन के निर्माण पर लगाया है।”
 
भारतीय प्रदर्शक कहते हैं...
फोर्ब्ज ऐंड कंपनी लि. के रवी सागरजी की राय में, काफी सोच कर चुनने वाले और जिज्ञासू दर्शकों का बढ़ा सहभाग इस प्रदर्शनी की विशेषता है। औद्योगिक दर्शकों के साथ ही सरकारी फैक्टरियों के अभियंता और तकनीकी विशेषज्ञों की उपस्थिति इस वर्ष उल्लेखनीय मात्रा में नजर आई है।
 
डॅनोबैट ग्रुप के संचालक स्वप्निल आपटेजी की राय में इम्टेक्स के माध्यम से भारतीय रेल, निर्माण उपकरण एवं विंडमिल जैसे भारी अभियांत्रिकी उद्योग के ग्राहकों तक पहुँचने में उन्हे सहायता मिल रही है।
 
माइक्रॉनिक्स गेजेस कंपनी के संचालक अभय हंचनालजी ने कहा, “मेट्रॉलॉजी के लिए इस प्रदर्शनी में एक अलग खास दालन दिया जाना चाहिए। इसे ग्राहकों को भी कम समय में अधिक विकल्प देखने में मदद होगी। प्रदर्शनी में आने वाले उद्योजक विशिष्ट समस्या या आवश्यकता ले कर आते दिखाई दे रहे हैं। उनमें से 15-20% लोग पुर्जों के ड्राईंग भी लेकर आते हैं। यहाँ पर हमारे साथ गहरी चर्चा करते हैं। यहाँ पर आने वाला ग्राहक अब अभ्यास कर के आने लगा है यह एक अच्छा बदलाव है।”
 
सेट्को कंपनी के स्पिंडल रखे हुए स्टाल को कई देशी विदेशी ग्राहकों ने भेंट की और अपनी माँग दर्ज की। यह बात नजर आई कि इस कारण लघु, मध्यम आकार के उद्योजकों को वैश्विक स्तर पर व्यवसाय करने का मौका इस प्रदर्शनी से मिलता है। कंपनी के संचालक राजेश मंडलिकजी ने कहा कि इस तरह के व्यवसाय संबंधी अवसर का लाभ उठाने हेतु लघु, मध्यम आकार के उद्योजकों ने निरंतर रूप से और संयम के साथ इस प्रकार की प्रदर्शनियों में सहभागी होना चाहिए।
 
सैप टेक्नॉलॉजीस् कंपनी की सुश्री अपूर्वा प्रसाद ने बताया कि इम्टेक्स हमेशा से ही मशीन टूल उत्पादकों के लिए एक अच्छा मंच रहा है। हर उत्पादक एक साल पहले से इस बात की तैयारी में लग जाता है कि इम्टेक्स में उसे क्या प्रस्तुत करना है। इसमें नए ग्राहक ढूँढना, नए तंत्रज्ञान का प्रस्तुतीकरण, ग्राहकों की जरूरतों के नए झुकाव पहचानना आदि के लिए इम्टेक्स का जरूर लाभ होता है।
 
WENDT कंपनी के अमित गुप्ताजी और रघुनाथ नायडूजी की सोच में, सभी उद्योजकों ने उत्पादकता एवं गुणवत्ता में वृद्धि पाने हेतु नई विशेषताएँ शामिल होने वाले मशीन या पूरी तरह से नए ही मशीन रखे हैं। अनुभव ऐसा है कि भारतीय ग्राहकों की न्यूनतम कीमत में मशीन खरीदने की अब तक की सोच अब पीछे हटी है। उच्च तंत्रज्ञान और चहीती विशेषताओं वाली मशीन के खातिर उचित मूल्य देने के लिए अब वे झिझकते नहीं हैं।
 
इंटलमैक मशिन टूल्स प्रा. लि. कंपनी के अशोक सोंडूरजी सोचते हैं कि पहले लोग इम्टेक्स में कुछ विशेष दृष्टि के साथ नहीं बल्कि नई चीजें नजरअंदाज करने के लिए आते थे। इससे व्यापारिक पूछताछ (इंक्वायरी) की प्रतिशतता काफी कम थी। परंतु अब लोग अपनी जरूरतों को ध्यान में रख के इम्टेक्स में आते हैं, जिस कारण इंक्वायरी की गुणवत्ता एवं प्रतिशतता भी बढ़ गई है।
आगंतुकों की प्रतिक्रिया
 
फिल्टर एलिमेंट और कूलंट फिल्टरेशन में काफी सुधार आए हुए दिखाई दिए। पिछली इम्टेक्स की तुलना में इस साल की इम्टेक्स में तंत्रज्ञान पर आधारित नई चीजें नजर आईं।
 
ओमप्रकाश, हैदराबाद
इस साल इम्टेक्स में कई जगहों पर नए तकनीक नजर आए हैं। उद्योग क्षेत्र में प्रथम प्रवेश करने वालों के लिए इम्टेक्स एक अच्छा मौका है। 5 अक्ष वाली बिल्कुल छोटी मशीन भी विकसित हुई हम देख सके।
 
राजेंद्र मांढरे, कोल्हापूर
पूरे मशीन टूल क्षेत्र में उमंग के वातावरण का अनुभव दिलाने वाली यह प्रदर्शनी, आने वाले परिवर्तन भी ठोस रूप से प्रस्तुत करती हुई नजर आई। इस प्रदर्शनी की खास विशेषताएँ थीं, पूरी तैयारी के साथ आए ग्राहक और ग्राहकों की जरूरतों के मुताबिक बदलाव की हुई मशीन दिखाने वाले उत्पादक! इंडस्ट्री 4.0 एवं ऐडिटिव मैन्युफैक्चरिंग जैसी भविष्य की तकनीक पर विशेष रूप से ध्यान देते हुए कल के उद्योजक होने वाले छात्रों को भी जगह देना, यह इम्टेक्स की खासियत पूरे उद्योग क्षेत्र के लिए एक ओशासक कदम था।
 
- धातुकार्य संपादन टीम
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