मशीनिंग सेंटर की विभिन्न कार्यक्षमताएं, उपयुक्तता तथा उससे यंत्रण प्रक्रिया में पाई जाने वाली सुलभता के बारे में सब जानते ही हैं। मशिनिंग सेंटर द्वारा किया जाने वाला एक महत्वपूर्ण काम है डाइ तथा मोल्ड का यंत्रण। इस लेख में हम पढ़ेंगे कि डाइ, मोल्ड तथा पैटर्न के यंत्रण हेतु वी.एम.सी. का उपयोग किस प्रकार सुविधाजनक होता है।
पैटर्न ज्यादातर कास्ट आयरन एवं ऐल्युमिनियम के बनाए होते हैं। फोर्जिंग डाइ टूल स्टील से, ग्रैविटि डाइ SG आयरन से बनाए जाते हैं। कुछ चुनिंदा मामलों में लकड़ी या थर्माकोल का भी उपयोग किया जाता है। कास्टिंग हेतु मशीन पर बनाए गए पैटर्न दो हिस्सों में (ड्रैग एवं कोप) बटें होते हैं। दोनों के एकत्रित उपयोग से ही कास्टिंग की प्रतिकृति तैयार हो जाती है। यह दो हिस्से मैच प्लेट पर चढ़ा कर, मोल्डिंग मशीन का उपयोग कर के, हजारो बार सैंड मोल्ड निकाले जाते हैं। स्वचालित मोल्डिंग पद्धति इस्तेमाल की जाने पर, हरदिन सैकडो बार पैटर्न का उपयोग किया जाने के कारण, लकड़ी से बने मोल्ड दूर हो कर उनका स्थान धातुई मोल्ड ने लिया।
वी.एम.सी. X, Y तथा Z तीनों अक्षों में काम करता है। इसकी खड़ी (अनुलंब) स्पिंडल को Z अक्ष कहलाते हैं। इसका घुमाने योग्य टेबल X एवं Y अक्षों पर चलता है। इसलिए डाइ तथा मोल्ड के यंत्रण हेतु यह आदर्श माना जाता है। इसके लिए युनिग्राफिक्स, डेल्कैम जैसे कई प्रोग्रैम उपलब्ध हैं। ऐसे यंत्रण का अहम् मुद्दा है X, Y तथा Z अक्षों पर बार बार की जाने वाली (रिपीटैटिव) हलचल। कोई प्रतिकृति बनाते समय शुरु में किया जाने वाला मोटा (रफ) यंत्रण, बाद में सेमीफिनिश तथा अंत में फिनिश यंत्रण पूरा होने तक कार्यवस्तु की कंटूर में हजारो बार कटर घूमता है। रफिंग हेतु (कार्बाइड इन्सर्ट वाले) कुछ प्रोफाइल कटर आवश्यक होते हैं। साथ में, फिनिशिंग के लिए, कार्बाइड इन्सर्ट अथवा कार्बाइड ब्रेजिंग वाले बॉल नोज कटर (इन्हें हाफ सर्कल वाले कटर भी कहते हैं) जरूरी होते हैं। किसी एक प्रकार के डाइ, मोल्ड या पैटर्न के लिए दो या तीन ही कटर काम आते हैं और इसीलिए इस मशीन पर प्रायः टूल चेंजर बिठाया नहीं जाता। एक कटर करीबन 10-12 घंटों तक काम करता है। इस प्रकार टूल चेंजर बिठाने का अतिरिक्त निवेश इस मशीन पर करने की जरूरत नहीं है। टूल चेंजर न होना यही इस मशीन की खासियत मानी जाती है।
डाइ या मोल्ड बनाते समय बार बार होने वाली हलचल सहने के लिए X, Y तथा Z अक्षों में मजबूत संरचना होना भी अनिवार्य है। BFW कंपनी द्वारा कुछ मशीन केवल डाइ एवं मोल्ड हेतु बनाई गई हैं। फलस्वरूप, सिवा BFW अथवा ACE, भारत में आयात की गई मशीनें ही दिखाई देती हैं। अन्य प्रकार के जॉबवर्क करते समय मशीन में हजारो बार एक ही हलचल नहीं की जाती (जो डाइ के यंत्रण में जरूरी होती हैं)। ऐसी रिपीटैटिव हलचल सहने के लिए मशीन का निर्माण और मजबूत होना अनिवार्य है। खास कर के बॉल स्क्रू, स्लाईड, स्ट्रक्चर जैसे घटकों या असेम्ब्ली की संरचना लंबी आयु पर ध्यान दे कर करना आवश्यक है क्योंकि इन पर निरंतर हलचल का अधिक प्रभाव पड़ता है।
इस मशीन की एक और खासियत यह है कि इस मशीन के कंट्रोल में मैनुअल प्रोग्रैमिंग नहीं किया जा सकता। किसी डाइ या पैटर्न का यंत्रण करने से पहले उसकी त्रिमिति (3D) मॉडल बना कर उस पर आधारित प्रोग्रैम मशीन को फीड किया जाता है। किंतु इसे मशीन में सेव नहीं किया जाता, डाइरेक्ट न्यूमैरिकल कंट्रोल (DNC) लिंक के उपयोग से इसे संगणक द्वारा फीड किया जाता है, जो इस मशीन की विशेषता है। एक कार्यवस्तु के पूरे यंत्रण के लिए कई घंटों का समय लग सकता है।
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नितीन मोकाशीजी यांत्रिकी अभियंता है। किर्लोस्कर कमिन्स इंडिया कंपनी में 7 साल काम करने के बाद आपने खुद ही पैटर्न शॉप चलाना शुरु किया। 12 वर्षों बाद, नए तंत्रज्ञान का स्वीकार करते हुए, आपने कैड कैम तथा सी.एन.सी. यंत्रण पद्धति का उपयोग कर के पैटर्न एवं डाइ मोल्ड बनाना आरंभ किया।