मिलिंग में वृत्तीय अंतर्वेशन

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Udyam Prakashan Hindi    18-नवंबर-2020   
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आम तौर पर अधिकतर सी.एन.सी प्रोग्रैम में टूल के कंटूर से संबंधित दो प्रकार के संचलन होते हैं। 
1. रैखिक अंतर्वेशन (लिनियर इंटरपोलेशन)
2. वृत्तीय अंतर्वेशन (सर्क्युलर इंटरपोलेशन)
 
वृत्ताकार में की जाने वाली कंटूर मिलिंग पद्धति को वृत्तीय अंतर्वेशन कहा जाता है। इसका उपयोग प्रायः सी.एन.सी., वी.एम.सी., एच.एम.सी. तथा लेथ, सिंपल मिलिंग मशीन, राउटर, बर्नर, वॉटर जेट, लेजर प्रोफाइल, वायर इडीएम आदि मशीनों पर प्रोफाइलिंग हेतु किया जाता है।
चाप (आर्क) की या पूरे वृत्त की अंदरी और बाहरी त्रिज्याएं (मिश्र एवं आंशिक) वृत्तीय पॉकेट, वृत्त या शंकु का आकार, अरीय खोखले अवकाश, खांचे (ग्रूव), कोनों की खाली जगहें, सर्पिल (हेलिकल) यंत्रण, बड़े आकार के काउंटर बोर इनके प्रोग्रैम के लिए वृत्तीय अंतर्वेशन (चित्र क्र. 1) इस्तेमाल किया जाता है।
 
आवश्यक जानकारी दी गई हो तो सी.एन.सी. यूनिट, बेहद अचूकता से किसी निर्धारित चाप का अंतर्वेशन कर (चित्र क्र. 2) सकती है।

2_2  H x W: 0 x 

2_1  H x W: 0 x 
 
प्रोग्रैम का प्रारूप (फॉरमैट)
वृत्तीय अंतर्वेशन के प्रोग्रैमिंग प्रारूप में कई पैरामीटर शामिल होते हैं, उनमें से महत्वपूर्ण पैरामीटर (चित्र क्र. 3) आगे दिए हैं।
• चाप के यंत्रण की दिशा
(घड़ी की दिशा में/विपरित दिशा में)
• चाप का आरंभ और अंतिम बिंदु
• चाप का केंद्र और त्रिज्या का मूल्य
• सरकन गति

4_1  H x W: 0 x 
अधिकांश पुराने प्रकार के मशीन नियंत्रक में, चाप की त्रिज्या (आर्क रेडियस) दर्शाने वाला रेडियस अैड्रेस R सीधे से नहीं ले सकते और I, J तथा K इन चाप आर्क सेंटर वेक्टर इस्तेमाल करने (चित्र क्र. 4) पड़ते हैं।

4_2  H x W: 0 x 
 
जिस नियंत्रक प्रणालि में चाप की त्रिज्या R ले कर काम कर सकते हैं, वह I, J, K मॉडिफायर स्वीकार करती है। लेकिन इसके विपरित प्रकार नहीं होता। अगर दोनों मॉडिफायर I, J, K तथा चाप त्रिज्या एक ही ब्लॉक में प्रोग्रैम करें तो किसी भी अनुक्रम से दिए जाने पर चाप त्रिज्या को प्राथमिकता दी जाती है।

6_1  H x W: 0 x 
चाप का केंद्र और त्रिज्या 
चाप की त्रिज्या अैड्रेस R या I, J, और K वेक्टर इनमें से किसी एक द्वारा निर्धारित की जा सकती है। अैड्रेस R के इस्तेमाल से चाप की त्रिज्या का प्रोग्रैमिंग किया जा सकता है। I, J तथा K वेक्टर के उपयोग से त्रिज्या का केंद्र निर्धारित किया जाता है।
 
प्रोग्रैम का फॉरमैट

6_2  H x W: 0 x 
 
समतल (प्लेन) में चाप

8_2  H x W: 0 x 
 
मशीनिंग सेंटर में, तीन में से किसी भी एक ज्यामितीय प्लेन में चाप का प्रोग्रैम (चित्र क्र. 5) करने की अनुमति होती है। हर एक प्लेन के लिए उचित वेक्टर का इस्तेमाल जरूरी है।

8_1  H x W: 0 x 
 
तीन प्लेन में चाप के यंत्रण की दिशा
अक्षों का विन्यास (ओरिएंटेशन) गणितीय प्लेन पर आधारित होता है, मशीन के प्लेन पर नहीं।
पूरे वृत्त का प्रोग्रैमिंग
पूरे वृत्त के प्रोगैमिंग में फानुक की सभी तथा अन्य भी अनेक नियंत्रण प्रणालियां सहायक होती हैं। पूर्ण वृत्त, 360° में यंत्रण किया चाप ही होता है। लेकिन लेथ पर पूरा वृत्त काटना केवल एक सिद्धांत के रूप में सच है। मिलिंग के काम में पूरे वृत्त के लिए प्रोग्रैम बनाना आम बात होती है। इसका उपयोग आगे दिए कामों में किया जाता है। 
• वृत्ताकार खांचों का मिलिंग
• स्पॉट फेस मिलिंग
• सर्पिल मिलिंग
• बेलनाकार, गोलाकार या शंकु का मिलिंग
 
मिसाल 1 
पूरे वृत्त का प्रोग्रैमिंग (चित्र क्र. 6)

10_1  H x W: 0  
 
प्रोग्रैम
G90 G54 G00 X 3.25 Y2.0 S800
M03
G01 Z-0.25 F10.0
G02 X 3.25 Y2.0 I-1.25 JOF 12.0
(पूरा वृत्त)
G00 Z0.1
 
मिसाल 2 
पूरे वृत्त का प्रोग्रैमिंग (चित्र क्र. 7) - प्रोग्रैम एंट्री के चार ब्लॉक के इस्तेमाल से

10_2  H x W: 0  
...
G90 G54 G00 X 3.25 Y2.0 S800
M03
G01 Z-0.25 F10.0
G02 X 2.0 Y0.75 I-1.29 J0 F12.0
(4 में से ब्लॉक 1)
G02 X 0.75 Y2.0 I0 J1.25
(4 में से ब्लॉक 2)
G02 X 2.0 Y3.25 I1.25 J0
(4 में से ब्लॉक 3)
G02 X 3.25 Y2.0 I0 J-1.25
(4 में से ब्लॉक 4)
G00 Z0.1
 
यह चार ब्लॉक प्रोग्रैमिंग के इस्तेमाल से वृत्त का यंत्रण करने की मिसाल है। चाप का प्रारंभ और अंतिम बिंदु, अक्ष पर स्थित चतुर्थ भाग (क्वाड्रंट) के बिंदु हैं, जो प्रोग्रैम की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं। 0°, 90°, 180°, 270° इन चार चतुर्थांश बिंदुओं से दूर होने वाले प्रारंभ बिंदु ले कर, काम मुश्किल न बनाएं। अगर यंत्रण 33° पर शुरू होता हो तो मानिए की पाच ब्लॉक हैं। उस बिंदुओं के सहनिर्देशक X और Y (जिन्हें चित्र क्र. 8 में XS और YS इस दूरी से दर्शाया है) त्रिकोणमिति के सूत्रों के इस्तेमाल से निश्चित किए जाएंगे।

12_2  H x W: 0  
 
उपरक्त गणना से काट का प्रारंभ बिंदु निकाल सकते है।
प्रोग्रैम कोड के पांच ब्लॉक के उपयोग से पूरे वृत्त का प्रोग्रैमिंग (चित्र क्र. 8)

12_1  H x W: 0  
 
प्रोग्रैम
G90 G54 G00 X 3.048 Y2.6808
S800 M03
G01 Z-0.25 F10.0
G02 X 3.25 Y2.0 I-1.0483 J-0.6803
(5 में से ब्लॉक 1)
G02 X 2.0 Y0.75 I-1.25 J0
(5 में से ब्लॉक 2)
G02 X 0.75 Y2.0 I0 J1.25
(5 में से ब्लॉक 3)
G02 X2.0 Y3.25 I1.35 J0
(5 में से ब्लॉक 4)
G02 X3.0483 Y2.6803 I0 J-1.25
(5 में से ब्लॉक 5)
GOO Z0.1
 
 
 
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