कोई छिद्र ड्रिलिंग से बनाते समय, उसकी लंबाई/व्यास (L/D) का अनुपात अगर 5 से अधिक हो तो ड्रिलिंग लगातार नहीं बल्कि रुक रुक कर (पेक) धीरे धीरे किया जाता है। इससे 'बर' निकालना आसान होता है। इस प्रक्रिया के लिए उपयोग किए जाने वाले प्रोग्रैम की जानकारी आगे दी गई है।
G74 पेक ड्रिलिंग आवर्तन
इस आवर्तन का इस्तेमाल फिनिशिंग न की जाने वाली कार्यवस्तु पर तथा Z अक्ष पर किया जाता है। यह आवर्तन मशीनिंग सेंटर पर इस्तेमाल किए जाने वाले G73 आवर्तन के समान ही है। लेथ के काम के लिए यह आवर्तन उपयुक्त है। इंटरप्टेड (खंड़ित) कट, टर्निंग, बोरिंग, डीप फेस ग्रूविंग, पार्ट ऑफ् मशीनिंग, तथा ऐसे अन्य अैप्लिकेशन के लिए इसका इस्तेमाल सरलता से किया जा सकता है।
G74 आवर्तन फॉरमैट फानुक 10T/11T/15T
X (U) : काटे जाने वाले ग्रूव के व्यास का अंतिम मूल्य (वैल्यू)
Z (W) : छिद्र की गहराई/अंतिम पेक की Z पोजिशन
I : हर काट की गहराई (± 0)
K : हर पेक की गहराई (± 0)
D : काट के अंत में रखे हुए शेष रीलीफ का मूल्य (फेस ग्रूविंग के लिए शून्य)
F : ग्रूव कटिंग सरकन गति(इंच/फेरा, मिमी./फेरा)
S : स्पिंडल गति (फूट/मिनट अथवा मीटर/मिनट)
G74 आवर्तन फॉरमैट फानुक 0T/16T/18T/20T/21T
दो ब्लॉक प्रोग्रैमिंग फॉरमैट
R : हर काट का क्लियरन्स
X (U) : ग्रूव का व्यास, अंतिम काट
Z (W) : छिद्र की गहराई/अंतिम पेक की Z पोजिशन
P : हर काट की गहराई
Q : हर पेक की लंबाई
R : काट के अंतमें रखे हुए शेष रीलीफ का मूल्य (फेस ग्रूविंग के लिए शून्य)
F : ग्रूव कटिंग सरकन गति (इंच/फेरा, मिमी./फेरा)
S : स्पिंडल गति (फू ट/मिनट अथवा मीटर/मिनट)
उपरोक्त फॉरमैट से अगर X (U) तथा I (अथवा P) को कम कर दें, तो केवल Z अक्ष पर यंत्रण (पेक ड्रिलिंग) संभव होगा। पेक ड्रिलिंग में Z, K तथा F के मूल्य प्रोग्रैम किए जाते हैं (चित्र क्र. 1)।
G74 स्कीमैटिक फॉरमैट प्रोग्रैम 03500 G74 ........................ पेक ड्रिलिंग आवर्तन
N1 G20
N2 T0200
N3 G97 S 1200 M03...................................... गति
N4 G00 X 0 Z 0.2 T0202 M08...................शुरुआत
N5 G74 Z-3.0 K0.5 F0.012.... .............पेक ड्रिलिंग
N6 G00 X 6.0 Z 2.0 T0200...............क्लियर पोजिशन
N7 M30................................................ प्रोगैम एंड
%
कुल ड्रिलिंग (Z) 3 इंच का होगा। हर बार गहराई (K) 0.5 इंच बढ़ेगी। शुरुआती पॉइंट से पहले पेक की गहराई का गणन किया जाता है।
G75 ग्रूव कटिंग आवर्तन • G75 आवर्तन X अक्ष पर काम करता है।
• अचूकता की ज्यादा आवश्यकता ना होने वाले (रफ) काम के लिए उचित है।
• G74 के साथ इस्तेमाल करने से खंड़ित काट अथवा चिप
ब्रेकिंग के काम में उपयोग किया जा सकता है।
• G74 में Z अक्षथा, G75 में X अक्ष होता है।
G75 आवर्तन फॉरमैट फानुक 10T/11T/15T सिंगल ब्लॉक
X (U) : काटे जाने वाले ग्रूव का अंतिम व्यास
Z (W) : अंतिम ग्रूव की Z पोजिशन (अनेक ग्रूव होने पर ही लागू)
I : हर काट की गहराई
K : ग्रूव के बीच की दूरी
D : काट के अंत में रखे हुए शेष रीलीफ का मूल्य
F : ग्रूव कटिंग सरकन गति (इंच/फेरा, मीटर/मिनट)
S : स्पिंडल गति (फूट/मिनट अथवा मीटर/मिनट)
G75 आवर्तन फॉरमैट फानुक 0T/16T/18T/20T
दो ब्लॉक फॉरमैट
पहला ब्लॉक
R : हर काट का क्लियरन्स
दू सरा ब्लॉक
X (U) : ग्रूव काट का अंतिम व्यास
Z (W) : आखरी ग्रूव की Z पोजिशन
P : हर काट की गहराई
Q : ग्रूव के बीच की दूरी
R : काट के अंतमें रखे हुए शेष रीलीफ का मूल्य (फेस ग्रूविंग के लिए R = शून्य)
F : ग्रूव कटिंग सरकन गति (इंच/फेरा, मिमी./मिनट)
S : स्पिंडल गति (फू ट/मिनट अथवा मीटर/मिनट)
G74 तथा G75 आवर्तन उपयोग के लिए मू लभूत नियम 1. दोनों आवर्तनों में X तथा Z का मूल्य, अैबसोल्यूट अथवा इन्क्रिमेंटल मोड में प्रोग्रैम कर सकते हैं।
2. दोनों आवर्तनों में स्वचालित रिलीफ होता है।
3. काट का अंतिम मूल्य हटा सकते हैं।
4. रिटर्न मूल्य केवल दो ब्लॉक पद्धति में प्रोग्रैम कर सकते हैं, अथवा कंट्रोल सिस्टम में इंटर्नल पैरामीटर से सेट कर सकते हैं।
5. अगर दो ब्लॉक पद्धति में रिटर्न मूल्य प्रोग्रैम किया जाए तथा साथ ही, रिलीफ मूल्य भी प्रोग्रैम किया जाए तो उसका मतलब X के अस्तित्व स्थान द्वारा तय किया जाता है। X को प्रोग्रैम किया गया हो तो R का मतलब रिलीफ मूल्य होता है।
G75 की मिसाल, सिंगल ग्रूव
प्रोग्रैम 03005 G75 सिंगल ग्रूव (चित्र क्र. 2)
G20
.....
N43 G50 S 1250 T0300M42
N44 G96 S 375 M03
N45 G00 X 1.05 Z-0.175 T0303 M08
N46 G75 X 0.5 I 0.055 F0.004
N47 G00 X 6.0 Z2.0 T0300 M09
N48 M30
%
I का मू ल्य पाने का गणन
टूल ट्रैवल Ø1.050 से Ø0.500 यानि 0.275 प्रति बाजू
(1.05-0.5)/2 = 0.275
अर्थात 5 ग्रूविंग पेक होते हैं, 0.055 प्रति पेक
(0.275/5 = 0.055)
G75 के उपयोग से मल्टिपल ग्रूव
प्रोग्रैम (मल्टिपल ग्रूव)
G20
....
N12 G50 S1000 T0300 M42
N13 G96 S375 M03
N14 G00 X 1.05 Z-0.175 T0303 M08
N15 G75 X 0.5 Z-0.675 I 0.055 K0.125 F0.004
N16 G00 X 6.0 Z2.0 T0300 M09
N17 M30
%
महत्वपूर्ण मु द्दे1. ग्रूव के बीच की दूरी एकसमान होनी चाहिए।
2. ग्रूव के बीच की दूरी K से निर्देशित होती है।
3. अगर K का मूल्य, इन्सर्ट की चौड़ाई से अधिक हो तो कई स्वतंत्र ग्रूव काटे जाएंगे।
4. अगर K का मूल्य, इन्सर्ट की चौड़ाई जितना अथवा उससे कम हो तो एक ही चौड़ी ग्रूव काटी जाएगी।
सतीश जोशीलेखक तथा सलाहकार
8625975219
सतीश जोशी सी.एन.सी. मशीनिंग के तज्ञ एवं सलाहकार हैं। विभिन्न महाविद्यालयों में अध्यापन का काम करते समय आपकी सी.एन.सी. लेथ विषय पर पुस्तक प्रकाशित हुई हैं। आपने संगणक संबधि किताबें मराठी तथा अंग्रेजी भाषा में लिखी हैं।