प्रोफाइल यंत्रण

@@NEWS_SUBHEADLINE_BLOCK@@

Udyam Prakashan Hindi    08-अगस्त-2020   
Total Views |
 
 
अब तक हमने वाहन और सामान्य अभियांत्रिकी क्षेत्र की कई मिसालें देखी। इस उद्योग क्षेत्र में इस्तेमाल किए जाने वाले अधिकांश पुर्जे फोर्ज्ड स्टील, मिश्र धातु इस्पात (अलॉइ स्टील), कास्ट आयरन तथा एस.जी. आयरन से बने होते हैं। वाल्व निर्माण के क्षेत्र में मिश्र धातु इस्पात, कास्टिंग स्टील, इस्पात यह मुख्य घटक होने वाले मटीरीयल अधिक मात्रा में होते हैं। एरोस्पेस उद्योग के पुर्जों में निकल, क्रोमियम, मॉलिब्डेनम समेत स्टील, इन्कोनेल अधिक मात्रा में होते हैं। ऐसे मटीरीयल का यंत्रण काफी मुश्किल होता है। इसलिए विभिन्न मटीरीयल के यंत्रण हेतु लंबे समय तक चलने वाले, उचित ग्रेड एवं ज्यामिति वाले टूल चुन कर टूल की आयु बढ़ानी होती है।
 
इन्कोनेल, स्टील, क्रोमियम स्टील इनसे बने और शल्यविज्ञान में इस्तेमाल किए जाने वाले चिकित्सा उपकरण, हिप स्टेम, बॉल जॉइंट आदि वस्तुओं का उत्पादन करने वाली कई कंपनियां हैं। इन वस्तुओं का उपयोग शरीर के घुटने, कोहनी जैसे जोड़ों में प्रत्यारोपण के लिए किया जाता है।

1_1  H x W: 0 x 
हमारे एक ग्राहक ऑर्थोपेडिक इंप्लैंट जैसी वस्तुओं का निर्माण कर के उनकी आपूर्ति चिकित्सा व्यवसाय में करते हैं। इन वस्तुओं का आकार अनिश्चित होने के कारण, इनका यंत्रण काफी मुश्किल होता है। हमने हिप स्टेम इस इंप्लैंट का अध्ययन किया। हिप स्टेम, स्टेनलेस स्टील से, अलग अलग आकार में बनाए जाते हैं। स्टेनलेस स्टील फोर्जिंग से इसका यंत्रण (चित्र क्र. 1) किया जाता है।
इस हिप स्टेम का आकार तथा मोटाई देखते हुए इसका यंत्रण मुश्किल लग रहा था और उचित टूल ढूंढ़ना भी चुनौती से कम नहीं था। अब तक ग्राहक 2 छोर वाला टूल इस्तेमाल कर रहे थे। इस्तेमाल के मौजूदा पैरामीटर से टूल की आयु कम होने की समस्या ग्राहक को आने के कारण, यंत्रण के पैरामीटर बढ़ाना मुश्किल था। चूंकि इस वस्तु की मांग मासिक 900 से 1100 तक बढ़ गई थी, तैयार सेटअप में यंत्रण की लागत घटाने हेतु ग्राहक, अतिरिक्त 200 हिप स्टेम का यंत्रण, उच्च पैरामीटर के इस्तेमाल से करने पर मजबूर थे।
प्रति वस्तु लागत घटाना और उत्पादन क्षमता बढ़ाना, ये दो उद्देश्य ग्राहक ने हमारे सामने रखे। वर्तमान कार्यपद्धति का विवरण तालिका क्र. 1 में दिया है। ग्राहक दो छोर वाले इन्सर्ट का इस्तेमाल कर रहे थे तथा कटर में दो पॉकेट थे (चित्र क्र. 2 और 3)।

3_2  H x W: 0 x 

3_1  H x W: 0 x 
 
इस मामले में, पैरामीटर बढ़ाने से पृष्ठ पर चैटर मार्क उभरना यह प्रमुख समस्या थी। इससे उत्पादन क्षमता कम हुई थी और टूल की आयु बढ़ने की संभावना नहीं थी। हमने देखा कि इन्सर्ट के कोनों की त्रिज्या 1 मिमी. थी, जिससे कर्तन भार बढ़ कर कंपन पैदा हो रहे थे। सरकन गति बढ़ाई तो चैटर मार्क आ रहे थे। कार्यवस्तु कम मोटाई तथा अनियमित आकार की थी।
हमने उन्हे 3 कोने और तेज (शार्प) ज्यामिति से बना TOMX 100408 इन्सर्ट (चित्र क्र. 4) इस्तेमाल करने का सुझाव दिया। कार्यवस्तु स्टेनलेस स्टील से बनानी थी और यंत्रण काफी मुश्किल था। इसलिए इस मटीरीयल के लिए उचित होने वाली DC9800 टफ ग्रेड चुनी।

6_1  H x W: 0 x
6_2  H x W: 0 x 
नई प्रक्रिया की विशेषताएं
1. कम से उच्च स्पिंडल पॉवर के मशीन के लिए उपयोगी, ट्रू 90° एंड मिलिंग करने हेतु किफायती 3 कर्तन छोर का उपाय।
2. उच्च रेक कोण समेत +ve सर्पिल (हेलिकल) कर्तन छोर के कारण अधिक सरकन गति पर भी कर्तन बल कम होता है।
3. छोटी कार्यवस्तुओं का तथा कमजोर सेटअप में सुविधाजनक यंत्रण। 
4. कटर पॉकेट में, इन्सर्ट का क्लैंपिंग कोणीय होने से दृढ़ता मिलती है। 
5. वाइपिंग एज ज्यामिति के कारण वॉल और पृष्ठ के पृष्ठीय फिनिश में सुधार।
6. स्पेयर पार्ट की जरूरत कम होने से इन्वेंटरी कम होती है।
7. TOMX में रैखिक तथा हेलिकल रैंपिंग की क्षमता होती हैं।

vijendra_2  H x 
नई प्रक्रिया से लाभ
1. टूल की आयु में 120% सुधार 
2. प्रति कार्यवस्तु लागत 6% कम हुई।
3. सरकन गति बढ़ने से अतिरिक्त मटीरीयल हटाने का दर 3 सीसी./मिनट से 8 सीसी./मिनट हुआ।
4. यंत्रण हेतु समय 7 मिनट से 5 मिनट तक कम हुआ।
 
 
 
 
@@AUTHORINFO_V1@@