मापन प्रक्रिया में अहम् स्थान होने वाले उपकरणों का संचलन, कई कारखानों में, गलत तरीके भी बेझिझक अपना कर किया जाता है। आम तौर पर उपयोग किए जाने वाले मापन उपकरणों संबंधी कुछ निरीक्षण, उनका संचलन तथा उनके कैलिब्रेशन का अनुक्रम जैसे मुद्दे इस लेख में विश्लेषणात्मक पद्धति से पेश किए गए हैं।
हम पिछले 15 सालों से उपकरणों (इंस्ट्रुमेंट्स) के कैलिब्रेशन के व्यवसाय में हैं। कई MSME और बड़े कारखानों की उत्पादन प्रक्रिया के इस अहम् चरण का हम खयाल रखते हैं। इस व्यवसाय में काम करते समय हमने कई अनुचित पद्धतियों को देखा है, जो बेझिझक इस्तेमाल की जाती हैं। इन पद्धतियों का उपकरण और संयोगवश उत्पाद की गुणवत्ता पर असर होता है। इस लेख द्वारा हम, नियमित इस्तेमाल किए जाने वाले मापन उपकरणों के बारे में हमारे कुछ निरीक्षण आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं।
मापन उपकरणों का उचित और प्रभावी संचलन
हमारे एक ग्राहक के मापन उपकरण बार बार बिगड़ रहे थे। उन्होनें हमें बुलाया और चर्चा के दौरान कहा, "हमारे उपकरण उचित काम नहीं करते। रीडिंग में पुनरावर्तन क्षमता (रिपीटैबिलिटी) न होने की शिकायत हमारे ऑपरेटर हमेशा करते हैं। हमारे उपकरण कई बार बिगड़ते हैं और उनकी हर बार मरम्मत करनी पड़ती है।" उनकी समस्या पर गौर करने के बाद हम उनके कारखाने में गए। हमने उन उपकरणों को ऑपरेटर कैसे इस्तेमाल करते हैं, उन्हे सुरक्षित स्थान पर रखा जाता है या नहीं, यह जांचा। तब हमें पता चला कि वहाँ उपकरणों का संचलन उचित तरीके से नहीं किया जाता।
उसके बाद हमने संबधित कर्मचारियों को, उपकरणों का संचलन करते समय कौनसी सावधानी बरतें तथा उन्हें कैसे संचालित करें इस बारे में प्रशिक्षण दिया।
उपकरण संचलन संबंधी कुछ महत्वपूर्ण मुद्दे
· मापन के लिए कोई भी उपकरण इस्तेमाल करने से पहले हमें उसकी पुनरावर्तन क्षमता जांचनी चाहिए। वह अपनी अधिकतम क्षमता तक काम करता है या नहीं, यह भी देखें।
· उपकरणों को किसी भी प्रकार की कोई भी हानि से बचाने हेतु उन्हें प्लैस्टिक या लकड़ी के बक्से में रखना चाहिए।
· डायल कैलिपर के बारे में सोचें तो, कैलिपर का जॉ सरकाने के लिए एक बटन दिया होता है, जिसे अंगूठे से दबा कर कैलिपर का हिलने वाला भाग आगे-पीछे किया जाता है। लेकिन कई बार, ऑपरेटर कैलिपर पकड़ने के लिए हिलने वाली स्केल हाथ में पकड़ कर जल्दबाजी में उसे आगे-पीछे करते हैं। इससे कैलिपर की अंदरूनी गियर असेंब्ली खराब होती है। डायल कैलिपर पकड़ने की अनुचित और उचित पद्धति चित्र क्र. 1 और 2 में दर्शाई है।
· बाहरी (एक्स्टर्नल) माइक्रोमीटर का विचार करें तो ऑपरेटर, रैचेट के बजाय थिंबल पकड़ कर माइक्रोमीटर इस्तेमाल करते हैं। कई बार ऑपरेटर रैचेट को, उसकी मर्यादा से अधिक घुमाता है जिससे रैचेट स्प्रिंग बिगड़ती है। बाहरी माइक्रोमीटर पकड़ने की अनुचित और उचित पद्धति चित्र क्र. 3 और 4 में दर्शाई है।
· कई बार हाइट गेज पकड़ने या उसे उठाने के लिए बेस के बजाय कॉलम का उपयोग किया जाता है। इससे गेज की लंबरूपता (परपेंडिक्युलैरिटी) बिगड़ती है। हाइट गेज पकड़ने की अनुचित और उचित पद्धति चित्र क्र. 5 और 6 में दर्शाई है।
· कंपैरेटर स्टैंड बेस देखें तो ऑपरेटर इसे भी, बेस के बजाय कॉलम द्वारा स्टैंड पकड़ता या उठाता है। इससे लंबरूपता बिगड़ती है, बेस के एक ही भाग का उपयोग करने के कारण उस पर गड्ढ़े (डेंट) या मोड़ पड़ते हैं और उसकी उचित समतलता (फ्लैटनेस) नहीं रहती। इसलिए बेस की समतलता बनाई रखने हेतु उसका नियमित लैपिंग करना जरूरी है।
· मापन कार्य के बाद उपकरण को किसी बक्से में रखना आवश्यक है। कई बार उपकरण जमीन पर गिर कर खराब होते हैं। जंग से बचने के लिए, विशेष रूप से बारिश के मौसम में, ऑपरेटर ने उपकरण और गेज पर पेट्रोलियम जेली लगाना जरूरी है।
· कई बार मशीन बेड पर या टेबल पर उपकरण रखे जाते हैं, जो एक गलत प्रथा है।
कैलिब्रेशन क्या है?
जिसका कैलिब्रेशन करना है उस उपकरण द्वारा लिए गए रीडिंग और उससे दस गुना अचूक मास्टर उपकरण द्वारा लिए गए रीडिंग, इनकी तुलना कर के कैलिब्रेशन किए जाने वाले उपकरण की वास्तविक त्रुटियां/विचलन का मापन करने की प्रक्रिया है, कैलिब्रेशन।
कैलिब्रेशन प्रक्रिया का अनुक्रम
1. उपकरण प्रयोगशाला में लाया जाता है।
2. उपकरण अैसिटोन/पेट्रोल/आइसोप्रोपाइल अल्कोहोल (IPA) से साफ किए जाते हैं। गेज पर का जंग निकालने हेतु सूक्ष्म ग्रेड के एमरी पेपर/रेगमाल (फाइन सैंडपेपर) का उपयोग किया जाता है।
3. कैलिब्रेशन साफ्टवेयर में उपकरण के विवरण को दर्ज किया जाता है। इसमें ग्राहक का नाम, पता, उपकरण की रेंज, आकार, न्यूनतम माप (लीस्ट काउंट), मेक, आइ.डी. क्रमांक, अनुक्रमांक, स्थान, कैलिब्रेशन बारंबारिता आदि का समावेश होता है।
4. यह दर्ज करते समय कैलिब्रेशन के पहले की स्थिति जांची जाती है। मापन करने वाले क्षेत्र में कोई कटाव या खराबी तो नहीं, साथ में क्या उपकरण ठीक से कार्यरत हैं, कुल मिला कर क्या वो बेहतर स्थिति में है आदि की जांच इसमें की जाती है।
5. उपकरण और मास्टर, प्रयोगशाला के परिवेश से अभ्यस्त होने के लिए और स्थिर तापमान पर आने के लिए 2-4 घंटे इंतजार किया जाता है।
6. कैलिब्रेशन की कार्यपद्धति की सूचना के अनुसार, विभिन्न पैरामीटर के मापन लेने की शुरुआत की जाती है।
7. सामान्य संकेत के अनुसार, रीडिंग मर्यादा में है या नहीं यह जांचा जाता है। अगर ना हो तो ग्राहक को उपकरण की मरम्मत करने या उपकरण बदलने का सुझाव दिया जाता है।
8. तकनीकी प्रबंधक द्वारा कैलिब्रेशन रिपोर्ट की जांच पड़ताल करने के बाद उस पर उनके हस्ताक्षर लिए जाते हैं।
कैलिब्रेशन रिपोर्ट को समझना
कैलिब्रेशन रिपोर्ट मिलने के बाद, उसमें से कई बातें उपयोगकर्ता को समझ नहीं आती हैं। कैलिब्रेशन रिपोर्ट देखने और समझने के लिए चित्र क्र. 8 में दिया नमूना तथा संज्ञाएं देखें।
A. ...पर कैलिब्रेट किया : यह कैलिब्रेट किया जाने की तारीख है।
B. ...पर जारी किया : यह रिपोर्ट देने की तारीख है।
C. प्रमाणपत्र क्रमांक : यह अनन्य (युनिक) प्रमाणपत्र क्रमांक है।
D. ...अगले कैलिब्रेशन की निर्धारित तारीख : इस तारीख पर दुबारा कैलिब्रेशन करना है।
E. ID क्रमांक : यह ग्राहक ने दिया हुआ अनन्य पहचान क्रमांक है।
F. अनुक्रमांक : यह उपकरण का अनुक्रमांक है।
G. CCSPL ID क्रमांक : यह हमारे प्रयोगशाला ने दिया हुआ अनन्य पहचान क्रमांक है।
H. पर्यावरणीय स्थिति : कैलिब्रेशन करते समय का तापमान और नमी।
I. संदर्भ मानक : उस विशिष्ट उपकरण के लिए राष्ट्रीय या अंतर्राष्ट्रीय मानक (दस्तावेज) क्रमांक। यह भारतीय/जर्मन/अमरीकी/ब्रिटिश हो सकता है।
J. कैलिब्रेशन कार्यपद्धति : विशिष्ट उपकरण कैलिब्रेट करने की कार्यपद्धति का यह क्रमांक होता है। इसमें कैलिब्रेशन की विस्तृत जानकारी होती है।
K. उपकरण पहचान चिन्ह (ट्रेसेबिलिटी) : किसी विशिष्ट उपकरण का कैलिब्रेशन करने के लिए हमारे जिस मास्टर उपकरण का उपयोग किया जाता है उसका ब्योरा। इसमें नाम, ID क्रमांक, प्रमाणपत्र क्रमांक, जिस लैब से मास्टर कैलिब्रेशन किया हो उस लैब का प्रमाणपत्र क्रमांक, उसकी अगले कैलिब्रेशन की तारीख (ड्यू डेट) आदि जानकारी होती है।
L. मापन की अनिश्चितता : यह मापन परिणामों से संबंधित पैरामीटर है। मापन किए गए मूल्य, नापे जाने वाले आयामों (डाइमेंशन) के संदर्भ में कितने विस्तार पर फैलना मान्य है, यह इससे दर्शाया जाता है।
M. कैलिब्रेशन के नतीजे : इसमें कैलिब्रेशन किए उपकरणों के, विभिन्न पैरामीटर के कैलिब्रेशन किए मूल्य दिए होते हैं।
इस मापन में निरीक्षण किया गया आकार निर्देशित मर्यादा में है, इसलिए गेज OK है। अगर गेज घिसाव की सीमा (वेयर लिमिट) पार करता है तो वह NOT OK होता है।
जब कैलिब्रेशन रिपोर्ट ग्राहक के पास पहुंचती है और ग्राहक उसे बारीकी से देखता है, तब भी वह तय कर नहीं कर सकता कि उपकरण इस्तेमाल के लिए ठीक है या नहीं। बेहद कम उपकरणों के संदर्भ मानकों में (भारतीय/अंतर्राष्ट्रीय मानक) उनके स्वीकृती के मानदंड़ स्पष्ट रूप से बताए होते हैं।
हम वर्नियर कैलिपर की मिसाल देखते हैं। 'अ' ग्राहक 0.04 मिमी. जितने कम टॉलरन्स के पुर्जे के लिए कैलिपर इस्तेमाल करता है। 'ब' ग्राहक 0.50 मिमी. अर्थात तुलना में अधिक सौम्य टॉलरन्स के पुर्जे के लिए कैलिपर इस्तेमाल करता है। 'अ' ग्राहक की स्वीकृति का मानदंड़ 0.02 मिमी. और 'ब' ग्राहक का मानदंड़ 0.10 मिमी. हो सकता है। इसका मतलब है उस पुर्जे की जटिलता पर स्वीकृति के मानदंड़ निर्भर करते हैं। इसलिए हर उपकरण का स्वीकृति मानदंड़ तय कर के ग्राहक ने उसे हिस्ट्री कार्ड में दर्ज करना जरूरी है।
अगर हम 0.0005 मिमी. रेजोल्युशन की डायल इस्तेमाल कर के 0.1 मिमी. टॉलरन्स के कार्यवस्तु का मापन कर रहे हैं, तो हम बेहद उच्च अचूकता के उपकरण का उपयोग कर रहे हैं।
अगर हम 0.1 मिमी. टॉलरन्स की कार्यवस्तु पर 0.1 मिमी. रेजोल्युशन के डायल इस्तेमाल कर रहे हैं, तो हम अत्यंत कम अचूकता के उपकरण का उपयोग कर रहे हैं। इस काम में 0.01/0.001 मिमी. (M10) रेजोल्युशन के उपकरण का इस्तेमाल उचित होगा।
मापन उपकरणों की बारंबारिता तय करना
उपकरण/गेज के कैलिब्रेशन की बारंबारिता तय कैसे करें, यह प्रश्न हमें ग्राहक हमेशा पूछते हैं। ग्राहक को उपकरण के इस्तेमाल के अनुसार कैलिब्रेशन की बारंबारिता तय करने की पूरी छूट होती है। कम इस्तेमाल होने वाले उपकरणों की कैलिब्रेशन बारंबारिता 1 साल तक हो सकती है और नियमित इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरणों के लिए वह 1 साल से कम हो सकती है।
नए तथा नियमित इस्तेमाल होने वाले उपकरणों के लिए कैलिब्रेशन करना आवश्यक है। क्योंकि नए उपकरणों में अगर कोई दोष हो तो उसका उत्पादन पर असर पड़ सकता है।
उपकरण कैलिब्रेट न करें तो क्या होगा?
ऑपरेटर अगर बिना कैलिब्रेट किए उपकरण/गेज का इस्तेमाल करते हैं तो,
अ. उत्पाद की अस्वीकृति (रिजेक्शन)
ब. ऑपरेटर/गुणवत्ता आश्वासन (QA) अभियंता का आत्मविश्वास कमजोर हो जाता है।
क. ISO/IATF/ ग्राहक ऑडिट में 'अनुरूप नहीं' (NC) ये टिप्पणी
मिलती है।
ड. ग्राहकों के ऑर्डर रद्द हो सकते हैं।
इ. कारखानों में दुर्घटना हो सकती है।
आपको अपने उत्पादों की गुणवत्ता की प्रतिबद्धता देनी हो तो उसके लिए इस्तेमाल की गई प्रक्रिया के साथ, जांच हेतु उपयोग किए जाने वाले उपकरणों को उचित समय पर कैलिब्रेट करना तथा कारखाने में उन्हें सावधानी से संचलित करना जरूरी है।