समतल (प्लेन) का चयन

@@NEWS_SUBHEADLINE_BLOCK@@

Dhatukarya - Udyam Prakashan    23-मार्च-2021   
Total Views |

सी. एन.सी. मशीन पर काम करते दौरान, वृत्तीय अंतर्वेशन (सर्क्युलर इंटरपोलेशन) करने के समय समतल का चयन (प्लेन सिलेक्शन) बेहद महत्वपूर्ण होता है। जब सी.एन.सी. मशीन शुरू की जाती है तब कुछ निश्चित G कोड अपनेआप शुरू होते हैं। इस प्रकार अपनेआप शुरू होने वाले सभी G कोड को डिफॉल्ट G कोड कहते हैं।
समतल का अर्थ क्या है?
जिस पृष्ठ पर, सीधी रेखा से जोड़े जाने वाले सभी बिंदु पूर्णतया उसी पृष्ठ पर रहते हैं, उसे समतल कहते है।

समतल में यंत्रण
कटिंग टूल का मार्ग यानि सीधी रेखा और चाप (आर्क) का एकत्रीकरण होता है।

सी.एन.सी. मिलिंग मशीन पर कोड G17 X-Y, समतल मशीन शुरू करते ही अपनेआप शुरू होता है। साथ ही सी.एन.सी. लेथ पर कोड G18 Z-Y, समतल मशीन शुरू करते ही अपनेआप शुरू होता है।

सी.एन.सी. लेथ पर सारे काम X एवं Z अक्ष पर होने और मशीन शुरू होते समय G18 Z-X समतल अपनेआप शुरू होने के कारण समतल बदलने की समस्या नहीं होती। सर्क्युलर इंटरपोलेशन X एवं Y अक्ष पर करना हो तब, सर्क्युलर इंटरपोलेशन का शुरुआती बिंदु और अंतिम बिंदु ये दोनों X-Y अक्ष में हो तो ही सी.एन.सी. मशीन उचित और अपेक्षित चाप तथा वृत्त काटेगी। लेकिन अगर आपको सी.एन.सी. मिल बेड पर 2D डोम आकार में यंत्रण करना हो तो प्रचलित आम सी.एन.सी. यंत्रण पद्धतियों से काम नहीं किया जा सकता।

इस प्रकार का यंत्रण करने के लिए आगे दिए दो विकल्प उपलब्ध हैं।
1. पुर्जा मिल के बेड पर फिट करें, जिससे सामान्य X एवं Y अक्ष पर डोम यंत्रण कर पाएंगे।
2. G17 X-Y समतल से दूसरे समतल को चुनें। जिस दिशा में आर्क का यंत्रण करना है, उस पर दूसरे समतल का (चित्र क्र. 1) चयन निर्भर होता है।

1_1  H x W: 0 x

G17 X एवं Y अक्ष समतल
G18 X एवं Z अक्ष समतल
G19 Y एवं Z अक्ष समतल

फॉरमैट 1
G17 G02/G03 X-Y-I-J-F
G18 G02/G03 X-Z-I-K-F
G19 G02/G03 Y-Z-I-K-F
फॉरमैट 1 में आर्क निश्चित करने के लिए पहले मध्यबिंदु तय करना चाहिए। इसके लिए I, J, K का इस्तेमाल करना पड़ता है। मध्यबिंदु वर्तमान समतल में ही चुनना होता है।

2_1  H x W: 0 x

I, J, K-X, Y, Z से संबंधित होते हैं। अक्ष और दो दूरियों का चयन, मध्यबिंदु पर निर्भर होता है। जैसे, (G17) X, Y समतल के लिए I एवं J। उसके साथ I, J, K अैबसोल्युट या इन्क्रिमेंटल (चित्र क्र. 2) इन दोनों में से एक मोड में चुने जाते हैं। इसके लिए अलग G कोड का इस्तेमाल होता है।
G20
G21

3_1  H x W: 0 x

फॉरमैट 2
G17 G02/G03 X-Y-R-F
G18 G02/G03 X-Z-R-F
G19 G02/G03 Y-Z-R-F
इस फॉरमैट में R का उपयोग, वास्तविक अपेक्षित त्रिज्या चाप के लिए किया जाता है। चाप का यंत्रण सिर्फ शुरुआती बिंदु, अंतिम बिंदु और त्रिज्या से करना हो (चित्र क्र. 3) तो दो विकल्प उपलब्ध होते हैं।


4_1  H x W: 0 x

1. आर्क स्वीप 180º से कम
2. आर्क स्वीप 180º से अधिक

त्रिज्या के मूल्य के +ve या -ve चिन्ह से, कौनसे चाप का यंत्रण करना है यह तय होता है।

R का +ve मूल्य : आर्क स्वीप 180º से कम
R का -ve मूल्य : आर्क स्वीप 180º से अधिक

मिसाल 1
(G17 के लिए)
X-Y समतल में चाप मध्य (1.0, 0.0) हैं और त्रिज्या 2.0" है। शुरुआती बिंदु (3.0, 0.0) तथा स्वीप 90º CCW है। सरकन गति 10 यूनिट/मिनट है। इसके लिए आर्क यंत्रण का प्रोग्रैम (तालिका क्र. 1), दो पद्धति से किया जा सकता है।

मिसाल 2
(G18 के लिए)
टर्निंग मशीन पर मशीन शुरू करने के बाद तुरंत अपनेआप G18 शुरू होता है। इसलिए अलग से G18 कमांड नहीं देनी पड़ती। इच्छित प्रोग्रैम देने से काम हो जाता है।

चित्र क्र. 4 में बिंदु P2 से P3 तक और उसके बाद P3 से P4 तक प्रोग्रैम दिया है।


5_1  H x W: 0 x

G02 X25.0 Z-10.0 R5.0 F0.25
G03 X39.0 Z-17.0 R7.0
अैबसोल्यूट मोड (G90)
N1 G17 G21 G54 G95
N2 T01 M06 G43 M08
N3 S1000 M03 Z50
N4 G90 G00 X30 Y10
N5 G90 Z-22 F50
N6 G01 X50 Y10
N7 G01 X50 Y30
N8 G01 X70 Y30
N9 G01 X70 Y10
N10 G01 X90 Y10
N11 G03 X110 Y30 R20 F10
N12 G01 X110 Y90
N13 G03 X90 Y110 R20 F10
N14 G01 X30 Y110
N15 G03 X10 Y90 R20 F10
N16 G01 X10 Y30
N17 G03 X30 Y10 R20 F10
N18 G90 G00 Y50
N19 G90 G00 X110 Y110 F50
N20 M05
N21 M09
N22 M30

@@AUTHORINFO_V1@@