अक्ष के मशीन जीरो स्थान के लिए प्रोग्रैम

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Dhatukarya - Udyam Prakashan    31-मई-2021   
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प्रत्येक सी.एन.सी. मशीन में अक्ष, मशीन जीरो स्थान पर जाना जरूरी होता है। आम तौर पर अक्ष मशीन को जीरो स्थान पर ले जाने के लिए नियंत्रक (कंट्रोलर) का बटन हाथों से (मैन्युअली) दबाया जाता है। नए उन्नत नियंत्रक में, अक्ष को संदर्भ (रेफरन्स) स्थान पर ले जाने के लिए कुछ विशिष्ट G कमांड निर्धारित किए गए हैं। इस लेख में उन कमांड का मतलब, कृति और उदाहरण दे कर उनके बारे में जानकारी दी गई है।
प्रोग्रैम G27, G28, G29, G30
G27 मशीन जीरो रेफरन्स पोजिशन रिटर्न चेक
G28 रिटर्न टू प्राइमरी मशीन जीरो रेफरन्स पोजिशन
G29 रिटर्न फ्रॉम मशीन जीरो रेफरन्स पोजिशन
G30 रिटर्न टू सेकंडरी मशीन जीरो रेफरन्स पोजिशन
ऊपर दिए गए चार कमांड मशीन जीरो रेफरन्स पोजिशन के संबंध में इस्तेमाल किए जाते हैं। G28 अधिकतम दो और तीन अक्ष के सी.एन.सी. प्रोग्रैमिंग में इस्तेमाल की जाती है। इसका मुख्य उद्देश्य, काम करने वाले टूल को मशीन जीरो स्थान पर लाना और G28 में बताएनुसार एक या दो अक्ष पर उसे जीरो रेफरन्स करना है।
G27 से G30 ये सभी कमांड, फानुक ग्रुप द्वारा डिजाइन किए गए ग्रुप 00 में आती हैं।
• ये कमांड नॉन मोडल या वन शॉट G कोड नाम के ग्रुप में आती हैं।
• इस कोड के इस्तेमाल के लिए एक महत्वपूर्ण निर्देश : इस ग्रुप के प्रत्येक G कोड को इस्तेमाल करते वक्त, इस्तेमाल किए जा रहे प्रत्येक ब्लॉक में वह कमांड आना जरूरी होता है। मानिए कि G28 कमांड, Z अक्ष के लिए एक ब्लॉक में इस्तेमाल की गई है। उसके बाद उसे अगले ब्लॉक में X और Y के लिए इस्तेमाल करना हो तो उसे दोबारा हर ब्लॉक में देना पड़ता है।
मिसाल
N10 G28 Z (मशीन जीरो रिटर्न Z अक्ष)
N20 G28 XY (मशीन जीरो रिटर्न X, Y अक्ष)
N20 ब्लॉक में से अगर G28 को निकाल या भुला दिया जाए, तो इससे पहले दी गई मोशन कमांड की तरह संचलन होगा (G00 या G01)।
• G28 कमांड देते वक्त कम से कम एक अक्ष देना जरूरी होता है।
N10 G28..अर्थहीन कमांड
N20 G28X...अर्थपूर्ण कमांड केवल X अक्ष
G30 G28Y...अर्थपूर्ण कमांड केवल Y अक्ष
G40 G28Z...अर्थपूर्ण कमांड केवल Z अक्ष
N50 G28 XYZ सभी अक्ष मशीन जीरो रेफरन्स पोजिशन में जाएंगे।
• फानुक डिजाइन और विवरण के अनुसार G28 से G30 में, एक मध्यवर्ती पॉइंट पर मशीन जीरो की तरफ जाते हुए एक निश्चित गति होती है।
G28 और G30 से जुड़ी कोआर्डिनेट वैल्यू, मध्यवर्ती बिंदु दर्शाती हैं।
• G90 अैबसोल्युट और G91 इन्क्रिमेंटल इनका काफी असर G28 या G30 प्रक्रिया पर पड़ता है।
• G28 कमांड के कारण टूल मशीन जीरो की तरफ जाते हुए एक मध्यवर्ती पॉइंट में से जाता है।
प्रोग्रैम G90

vfxvfv_1  H x W
 
• G00 X6.0 Y6.0 मशीन होल (इस पोजिशन पर छिद्र करना है, चित्र क्र. 1 देखें।
• G28 X6.0 Y6.0 मशीन जीरो रिटर्न
उपरलिखित प्रोग्रैम सुरक्षित जगह के मध्यवर्ती पॉइंट के साथ
G90
G00 X6.0 Y6.0 (मशीन होल)
G28 X14.0 Y6.0 (मशीन जीरो मोशन)
उपरलिखित प्रोग्रैम से अधिक सुरक्षित प्रोग्रैम आगे दिए हुए तरीके से कर सकते हैं।
G90
G00 X6.0 Y6.0 (मशीन होल)
X14.0 (सुरक्षित जगह)
G28 X14 Y6.0 (मशीन जीरो रिटर्न)
प्रोग्रैम फॉर्मेट G91 G28 X (U)...Z (W)...इन्क्रिमेंटल
X...Z...G90 के लिए मध्यवर्ती पोजिशन अैबसोल्युट
U... W... G90/91 के लिए मध्यवर्ती पोजिशन
अैबसोल्युट/इन्क्रिमेंटल
प्रोग्रैम G28

tjyjj_1  H x W: 
 
G90 G00 X14.4 Y9.0 (करंट पॉइंट XY) (चित्र क्र. 2)
Z2.0 (करंट पॉइंट Z)
G01 Z-13.3 F150.0
G28 X14.4 Y9.0 Z2.0 (इंटरमीजिएट पॉइंट)
ऊपर दिया गया उदाहरण रिट्रैक्ट मोड के साथ
रिट्रैक्ट मोड के साथ प्रोग्रैम (चित्र क्र. 3)

mj,k_1  H x W:
G90 G00 X14.4 Y9.0
Z2.0
G01 Z-13.3 F150
G00 Z2.0 (सुरक्षित रिट्रैक्ट)
G28 X14.4 Y9.0 Z2.0 (इंटरमीजिएट पॉइंट)
वही प्रोग्रैम इन्क्रिमेंटल जीरो रिटर्न (चित्र क्र. 4 और 5)

ghkjvjfgh_1  H
 
 

kmujnh_1  H x W 
G90 G00 X14.4 Y9.0
Z2.0
G01 Z-13.3 F150.0
G00 Z2.0 (सुरक्षित रिट्रैक्ट)
G91 G28 X0 Y0 Z0 (इंटरमीजिएट पॉइंट)
G90 (अैबसोल्युट मोड फिर से लाना)
G29 रिटर्न फ्रॉम मशीन जीरो
• वर्चुअल अपोजिट G28
इस कमांड के कारण टूल, पिछले इंटरमीजिएट पॉइंट से करंट टूल पोजिशन द्वारा मशीन जीरो तक जाएगा।
प्रोग्रैम फॉर्मेट
G29 X(U)...Z(W)...

;uolikujh_1  H  
 
X...Z...G90 के लिए टार्गेट पॉइंट अैबसोल्युट
U...W...G90/G91 टार्गेट पॉइंट इन्क्रिमेंटल
टूल नंबर एक चालू (वर्किंग)
G90 G00 X50.0 Y30.0
Z2.0
G01 Z-15.0 F150.0 टूल कार्यवस्तु के नीचे G28 X50 Y30.0
Z2.0 XY करंट पोजिशन के द्वारा Z2.0 प्रथम
M06 टूल क्रमांक दो चालू
...
G90 G29 X75.0 Y40.0 Z2.0
कोआर्डिनेट नई टार्गेट जगह को दर्शाते हैं।
अब देखिए प्रत्यक्ष मशीन पर क्या होगा ।
1. पहले टूल से Z-15.0 की गहराई पर X50 Y30 यंत्रण होगा।
2. टूल क्रमांक 1, Z2.0 जितनी दूरी से रिट्रैक्ट होगा। इस पोजिशन से तीनों अक्ष मशीन जीरो पर वापस जाएंगे।
3. टूल क्रमांक 2 काम करेगा। G29 टार्गेट जगह दर्शाता है। X75.0 Y40.0 और Z2.0
4. कंट्रोल द्वारा, पिछली बार के इंटरमीजिएट बिंदु (X50 Y30 Z2.0) के इस्तेमाल से टूल प्रथम पोजिशन में लिया जाता है।
5. उसके बाद प्रत्यक्ष टार्गेट के पास X75.0 Y40.0 Z2.0 जाएगा।
महत्वपूर्ण निर्देश : आम तौर पर G29 कमांड को प्रोग्रैम में इस्तेमाल करना टाला जाता है क्योंकि G29 वर्चुअल अपोजिट G28 है।
G27 मशीन जीरो रिटर्न पोजिशन चेक
• आज के विकसित प्रोग्रैमिंग में इस कमांड का कुछ भी वास्तविक उपयोग नहीं है।
• पुराने कंट्रोल में जहाँ G92 या G50 पोजिशन रजिस्टर का इस्तेमाल करना पड़ता है, ऐसे वक्त में G27 उपयोगी साबित होती है। संक्षेप में, जिस प्रणाली में वर्क ऑफसेट की सुविधा नहीं होती, वहाँ इस कमांड का उपयोग हो सकता है।
• G92 रजिस्टर में X, Y, Z कोआर्डिनेट हिस्से, जीरो से ले कर करंट टूल पोजिशन तक के, स्टोर किए होते हैं।
• महत्वपूर्ण बात यह है कि ये कोआर्डिनेट, मशीन जीरो से होते ही नहीं हैं।
प्रोग्रैम फॉर्मेट G27 X(U)...Z(W)...
X...Z... अैबसोल्युट कमांड में रेफरन्स पोजिशन (G90)
इन्क्रिमेंटल कमांड में रेफरन्स पोजिशन (G91)
U...W...G90/G91 रेफरन्स पोजिशन इन्क्रिमेंटल कमांड
G27 के इस्तेमाल से प्रोग्रैम : G90 अैबसोल्युट मोड
(चित्र क्र. 6)
G92 X300 Y200 Z100.0 मशीन जीरो करंट टूल लोकेशन
G00 X20 Y15 Z2.0 शुरुआत बिंदु, कटिंग के लिए
G01 Z-5.0 F12.0 मशीन अैबसोल्युट गहराई 5 मिमी.
G91 G01 X40 F150.0 मशीन पार्ट इन्क्रिमेंटल कमांड मोड में कट 1/4
Y30.0 मशीन पार्ट इन्क्रिमेंटल कमांड मोड में कट 2/4
X-40.0 मशीन पार्ट इन्क्रिमेंटल कमांड मोड में कट 3/4
Y-30.0 मशीन पार्ट इन्क्रिमेंटल कमांड मोड में कट 4/4
G00 Z7 रिट्रैक्ट 7 मिमी.
G27 X280.0 Y145.0 Z96.0 मशीन जीरो पर मोशन रुकता है।
उपरिलिखित प्रोग्रैम में G27 ब्लॉक देखिए। यंत्रण पूरा होने के बाद सभी अक्ष G27 में बताए गए बिंदु पर जा कर रुकते हैं। यह बिंदु मशीन जीरो के संदर्भ में, इन्क्रिमेंटल कमांड मोड में होता है। यहाँ सवाल यह है कि क्या सभी अक्ष प्रत्यक्ष मशीन जीरो में गए हैं?
तो ब्लॉक पूरा होने के बाद ही G27 जांच करता है और अगर अक्ष मशीन जीरो बिंदु में गया हो, तो अक्ष को निश्चित करने वाली बत्ती जलती है। अगर अक्ष मशीन जीरो स्थान पर नहीं पहुंचा हो तो कंट्रोल अलार्म देगा और आगे की प्रक्रिया रोकेगा।
G27 समझने का सबसे आसान तरीका है पूरे प्रोग्रैम का अैबसोल्युट मोड में रूपांतरण करना।
G90 अैबसोल्युट मोड
G92 X300.0 Y200.0 Z100.0
चालू टूल लोकेशन मशीन जीरो
G00 X20.0 Y15.0 Z2.0 कटिंग की शुरुआत
G01 Z-5.0 F120.0 अैबसोल्युट गहराई 5 मिमी. पर मशीन
G01 X60.0 F150.0 मशीन पार्ट अैबसोल्युट मोड कट 1/4
Y45.0 मशीन पार्ट अैबसोल्युट मोड कट 2/4
Y20.0 मशीन पार्ट अैबसोल्युट मोड कट 3/4
Y15.0 मशीन पार्ट अैबसोल्युट मोड कट 4/4
G00 X2.0 रिट्रैक्ट 2 मिमी. पर
जांचे कि क्या G27 X280.0 Y185.0 Z98.0 मशीन जीरो पर मोशन रुकता है?
आखरी दो X, Y, Z पोजिशन लिखें (G27 के अनुसार)।
वह आगे दिएनुसार हैं X20.0 Y15.0 Z2.0
उसके बाद G92 में होने वाले अक्ष के अनुसार मूल्य घटाएं
XX, YY, ZZ
G27 के इस्तेमाल के लिए सूचना
• G27, G40 मोड में ही इस्तेमाल करें। (कटर त्रिज्या)
• अगर मशीन लॉक हो तो G27 नहीं चलता। ऑफसेट कैन्सल
• G91 इन्क्रिमेंटल कमांड मोड प्रोग्रैमिंग अधिक फायदेमंद साबित होता है।
• सामान्य इस्तेमाल में, मशीन जीरो पर वापस आने के लिए G28 का इस्तेमाल करें। इसमें पोजिशन की जांच शामिल (बिल्ट इन) होती है।
• इसका इस्तेमाल मिलिंग और टर्निंग में किया जा सकता है।
G30 सेकंडरी मशीन जीरो रिटर्न
ज्यादातर वर्टिकल मशीन में केवल एक मशीन जीरो होता है। एक मशीन जीरो यानि प्राइमरी मशीन जीरो। पैलेट चेंजर युक्त हॉरिजोन्टल मशीनिंग सेंटर के लिए एक और सेकंडरी मशीन जीरो लोकेशन की जरूरत पड़ती है। इसका इस्तेमाल दो स्वतंत्र पैलेट संरेखित (अलाइन) करने के लिए किया जाता है। G28 और G30 का काम एक जैसा ही है।
G28 रिटर्न टू प्राइमरी मशीन जीरो
G29 रिटर्न टू सेकंडरी मशीन जीरो
 
सतीश जोशी सी.एन.सी. मशीनिंग के तज्ञ एवं सलाहकार है।
विभिन्न महाविद्यालयों में अध्यापन का काम करते समय आपकी सी.एन.सी. लेथ विषय पर पुस्तक प्रकाशित हुई है।
आपने संगणक संबधित किताबें मराठी तथा अंग्रेजी भाषा में लिखी हैं।
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