अक्सर हम टर्निंग सेंटर का इस्तेमाल करने वालों से सुनते हैं कि आरेखन (ड्राइंग) और प्रॉग्राम निर्देशक सही होने पर भी ठ0.1 से R0.5 मिमी. जैसे छोटे आकार की त्रिज्याएँ (फिलैट) और 0.1 से 0.5 मिमी. नाप जैसे छोटे चैंफर मशिन की सहायता से बनाना मुनासिब नहीं होता।
हम जानते हैं कि टर्निंग से बेलनकार वस्तुएँ बना सकते हैं। इसमें कार्यवस्तू एक स्पिंडल के जरिए घुमाई जाती है और एक बिंदु (सिंगल पॉइंट) टूल को निश्चित सरकन गति (फीड रेट) दे कर यंत्रण किया जाता है। सरकन गति का प्रोग्राम स्पिंडल के एक फेरे में, तय किए हुए मिमी./फेरा इस सरकन गति से एक फीड हैलिक्स जितनी दूरी निर्माण करता है। यह रेखीय चलन (लीनिअर मोशन) के उपर की सीधी दूरी होती है। (G01 लाईन प्रोग्राम के इस्तेमाल की वजह से) उसे गोलाकार चलन में कॉर्ड की लंबाई में नापा जाता है। यहाँ G02-G03 यह गोलाकार प्रोग्राम इस्तेमाल होता है।
स्पिंडल के हर फेरे के साथ टूल, प्रोग्राम की गई सरकन गति जितना आगे निकल जाता है। फीड हैलिक्स की वजह से तैयार होने वाली छोटी रेखाएँ, सरकन गति जितनी या उससे कम लंबाई की होने के कारण, आरेखन में दिखाये अनुसार निर्माण नहीं हो सकती। इसी प्रकार कम त्रिज्या होने वाले फिलेट और छोटे अंतर्गत (इन्क्लुडेड) कोण भी निर्माण नहीं हो पाते हैं (चित्र क्र.1 और तालिका क्र. 1 देखिए)। इसलिए अगर हमें कम फिलैट की त्रिज्याएँ या छोटे चैंफर वाली कार्यवस्तुएं बनानी हो, तो हमें फिलैट या चैंफर के शुरू में सरकन गति कम रखनी पड़ती है।
%
O1234 (गाईड)
N1 T0000 G21 G0
G28 U0 W0
T0101 (SVJBL 1616H11 R0.4)
G92 S3000
G96 S350 M03
M07
(फिनिश टर्न)
G0 X50. Z2.0
X5.0
G1 G42 X3.029 Z0.8 F0.25
G2 X4.629 Z0 F0.1
G3 X5.166 Z-0.166 R0.3 F0.03
G1 X6.937 Z-1.937 F0.08
G3 X7. Z-2.071 R0.3 F0.03
G1 Z-3.146 F0.08
G2 X9. Z-4.146 R1.
G1 X10.232
G3 X10.585 Z-4.252 R0.2 F0.02
G1 X11.133 Z-4.765 F0.08
G3 X11.103 Z-4.93 R0.15 F0.015
G1 X10.732 Z-5.162 F0.08
G2 X10.644 Z-5.592 R0.4
G1 X11.363 Z-6.3
G2 X12.076 Z-6.519 R0.4
G1 X12.972
G1 X13.272 Z-6.669 F0.015
G1 Z-10.0 F0.08
G1 X17.272 F0.3
G0 G40 X50.0 Z2.0
G97 S100
T0000 M09
M05
G28 U0 W0
M30
%
0 9844048876
kashinathp@acedesigners.co.in
काशिनाथ पटनशेट्टीजी ‘एस. डिजाइनर्स लि.’, ऐप्लिकेशन सपोर्ट ग्रुप के प्रमुख हैं। आपके पास मशीन बिल्डिंग और ऐप्लिकेशन, उत्पादकता वृद्धि ऐसे क्षेत्रों का 27 सालों का तजुर्बा है।