उत्पादन के खर्चे में प्रभावशाली ढ़ंग से कमी लाने वाले ट्विन स्पिंडल सी.एन.सी. लेथ मशिन की जानकारी इस पाठ में दी गई है।
सी.एन.सी. का अर्थ है कंप्युटराइज्ड न्यूमरिकल कंट्रोल। इसे हिंदी में ‘संगणकीय संख्यात्मक नियंत्रण’ कह सकते हैं। इसका अर्थ यह हुआ कि संगणक, सी.एन.सी. मशीन नियंत्रित करता है। यह मशीन पूरा काम अपनेआप करती है।
पारंपरिक लेथ पर सभी गतिविधियाँ ऑपरेटर को नियंत्रित करनी पड़ती हैं। लेकिन सी.एन.सी. लेथ, खास काम के लिए, किसी कुशल तंत्रज्ञ ने सज्जित (प्रोग्राम और सेटअप) किया तो कार्यवस्तु मशीन पर लोड करना, हरा बटन दबाना, किसी पुर्जे का परीक्षण करना आदि काम सामान्य कौशल होने वाला कोई भी ऑपरेटर कर सकता है। लेकिन पारंपरिक लेथ पर हर पुर्जा बनाने के लिए कुशल ऑपरेटर की ही आवश्यकता होती है।
0.001 मिमी. जितनी अचूकता पाने के लिए इस लेथ मशीन के हर शाफ्ट को एक सर्वो मोटर तथा एन्कोेडर जोड़ा हुआ बॉल स्क्रू होता है। G और M कोड और कार्टेशिअन कोआर्डिनेट के माध्यम से पुर्जे की ज्यामिति, साथ ही मटीरीयल का शुरू का व्यास (स्टार्ट डाइमीटर) तथा मशीन टूल के, अनुक्रम से, खड़े और आड़े अक्ष से संबंधित चक के बाहर आए हुए रफ स्टाक के स्थान, प्रोग्राम के द्वारा नियंत्रित किए होते हैं। स्वचालित टूल में स्थित हर टूल को अन्य टूल तथा, चक और पुर्जे की मूल स्थिति से होने वाले उसके संबंध, के बारे में सिखाना (प्रोग्राम करना) पड़ता है। सी.एन.सी. लेथ में मिलिंग टूल का भी विकल्प होता है। इसके द्वारा उसके अक्षों की संख्या बढ़ती है।
जैसे कि उसके नाम से ही स्पष्ट है, ट्विन स्पिंडल डबल टरेट सी.एन.सी. लेथ मशीन में एक के बदले दो स्पिंडल होते हैं। ट्विन स्पिंडल लेथ मशीन के कुछ प्रकार ऐसे हैं
ट्विन स्पिंडल डबल टरेट
दोनों स्पिंडल एक ही समय काम कर के दो पुर्जे निर्माण करते हैं।
ट्विन स्पिंडल सिंगल टरेट
इस प्रकार में एक ही स्पिंडल काम करता है और दूसरा स्पिंडल स्थिर रहता है।
ट्विन स्पिंडल लीनियर टाईप (सिंगल टूल स्लाईड)
इस प्रकार में एक ही स्पिंडल काम करता है, दूसरा स्पिंडल स्थिर रहता है और टरेट के बदले एक लीनियर स्लाईड होती है।
ट्विन स्पिंडल लीनियर टाईप (डबल टूल स्लाईड)
इस प्रकार में दोनों स्पिंडल एक ही समय काम करते हैं और दो टरेट के बदले दो लीनियर स्लाईड होती हैं।
ट्विन स्पिंडल सिंगल टूल स्लाईड
इस प्रकार की लेथ मशीन में दो स्पिंडल और एक टूल स्लाईड लगाए होते हैं। कार्यवस्तु के एक पृष्ठ का यंत्रण एक स्पिंडल पर हो सकता है। अन्य पृष्ठ का यंत्रण दूसरे स्पिंडल पर कर सकते हैं। लेकिन इस मशीन में एक समय एक ही स्पिंडल काम करता है। उस समय दूसरा स्पिंडल स्थिर (आइडल) रहता है।
इस प्रकार के मशीन के इस्तेमाल से एक और मशीन के लिए वर्कशॉप में रिक्त स्थान मिल सकता है। साथ ही, एक ऑपरेटर की भी बचत होती है। कार्यवस्तु एक मशीन से अन्य मशीन पर हिलाने की आवश्यकता न रहने से समय की बचत होती है। कार्यवस्तु सहेजने की संख्या में कमी आने के कारण उसकी श्रेणी और अनुरूपता तथा संगतता बढ़ती है।
ट्विन स्पिंडल सिंगल टरेट
इस प्रकार की लेथ मशीन में दो स्पिंडल और एक टरेट होता है। जिन कार्यवस्तुओं को बनाते समय कई प्रक्रियाएँ करनी पड़ती हैं, वे इस मशीन की सहायता से बनाई जा सकती हैं। टरेट के प्रकार के अनुसार आप 8, 12, 16 या 24 टूल इस्तेमाल कर सकते हैं।
ट्विन स्पिंडल डबल टरेट
सिंगल स्पिंडल लेथ मशीन द्वारा एक कार्यवस्तु के एक ही हिस्से का यंत्रण किया जा सकता है। लेकिन ट्विन स्पिंडल सी.एन.सी. लेथ मशीन से दो कार्यवस्तुओं का यंत्रण एक ही समय पर हो सकता है। एक और स्पिंडल जोड़ने के कारण हम उत्पादनक्षमता बढ़ा सकते हैं, साथ ही प्रति पुर्जा खर्चा भी घटा सकते हैं। वाहन उद्योग में, जहाँ पुर्जों का यंत्रण एक ही समय पर बड़े पैमाने में करना आवश्यक होता है, वहाँ इस प्रकार की सी.एन.सी. लेथ मशीन बहुत उपयोगी होती है।
अचूक यंत्रण तथा उत्पादनशक्ति में समय की कुशलता को महत्व होने के आज के जमाने में हमने अर्थात ‘मैकपॉवर कंपनी’ ने इन दोनों महत्वपूर्ण मुद्दों को, ट्विन हेड सिंगल स्लाईड सी.एन.सी. लेथ मशीन के माध्यम से, संबोधित किया है। इसी के द्वारा, सिंगल मशीन के बदले, ग्राहकों को एक अमूल्य समाधान प्रदान किया है।
ट्विन स्पिंडल लीनियर टूलिंग मशीन के इस्तेमाल से व्यर्थ जाने वाला समयावधि (आइडल टाईम) कम होता है। फलस्वरूप कम मानवीय श्रम, कुल उत्पादन शक्ति, मुनाफे की ज्यादा गुंजाइश आदि से ग्राहक का लाभ होता है। ट्विन श्रेणी (सीरीज) में कंपनी ने विभिन्न प्रकार की मशीन उपलब्ध कराने के कारण ग्राहक की मौजूदा जरूरतें पूरी हो जाती हैं। ग्राहक को अधिक विकल्प उपलब्ध होते हैं। कम खर्चे में अधिक उत्पादन होने से ग्राहक को लाभ होता है।
ट्विन स्पिंडल सी.एन.सी. लेथ मशीन से लाभ
सिंगल स्पिंडल सी.एन.सी. लेथ मशीन की तुलना में ट्विन स्पिंडल सी.एन.सी. लेथ मशीन से निम्नलिखित लाभ होते हैं
जीरो आयडल टाईम की वजह से उच्च उत्पादकता मिलती है।
एक ही मशीन पर दो सेटअप उपलब्ध होने के कारण एक ही समय पर कार्यवस्तु के एक पृष्ठ का यंत्रण एक स्पिंडल पर और दूसरे पृष्ठ का यंत्रण दूसरे स्पिंडल पर किया जा सकता है।
कम मानवीय श्रमों की जरूरत होती है।
कम जगह (फ्लोअर स्पेस) की जरूरत होती है।
एक स्पिंडल पर काम शुरु रहने के दौरान ऑपरेटर दूसरे स्पिंडल पर लगाई गई पूर्ण हुई कार्यवस्तु निकाल सकता है।
केस स्टडी
ट्विन स्पिंडल सी.एन.सी. लेथ मशीन
एक स्पिंडल और दो स्पिंडल सी.एन.सी. लेथ मशीन में तुलना करने के लिए तीन हजार कार्यवस्तुओं के एक समूह पर, एक स्पिंडल वाले दो मशीन इस्तेमाल कर के, प्रक्रिया की गई। दूसरे समूह पर दो स्पिंडल वाले मशीन से प्रक्रिया की गई। दोनों प्रक्रियाएँ करते समय बाजार भाव के अनुसार प्रति घंटे का दर ध्यान में लिया गया। इसमें सभी लागतों (मशीन, ऑपरेटर, जगह, बिजली, टूल, तेल और मुनाफा) को शामिल किया गया। तालिका क्र. 1 में इसका विवरण दिया हुआ है।
ट्विन स्पिंडल सी.एन.सी. लेथ मशीन के इस्तेमाल से लाभ
1. हर पुर्जे के उत्पादन खर्चे में घटाव रु.16.88 से घट कर रु.11.02 (33.64% बचत)
2. मशीन की संख्या में घटाव
2 से 1, इससे जगह की बचत (40 ft2, 16.66% बचत)
3. मानवीय श्रम में घटाव
2 के बदले 1 ऑपरेटर (50% बचत)
निष्कर्ष
ट्विन स्पिंडल सी.एन.सी. लेथ मशीन के इस्तेमाल से उत्पादन दर में घटाव होता है। उत्पादन विभाग को कम जगह की आवश्यकता होती है, मानवीय श्रम कम हो जाते हैं, समय की भी बचत होती है। कुल उत्पादन खर्चा घटने के कारण उत्पादन से होने वाला मुनाफा बढ़ता है। पुर्जे कम दाम में बेचने के कारण ग्राहक भी संतुष्ट रहता है। अंतर्राष्ट्रीय, राष्ट्रीय और स्थानिक प्रतियोगिता में सरस साबित होते हैं।
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वैभव पाटीलजी ‘मैकपॉवर सी.एन.सी. मशीन्स प्रा.लि.’ कंपनी के बिक्री एवं विपणन विभाग के प्रधान प्रबंधक हैं।