1999 से पारंपरिक मशीन पर टूल रीग्राइंडिंग से शुरु हुई ऐक्युशार्प की यात्रा अब जटिल ज्यामिती के आधुनिक टूल सी.एन.सी. मशीन पर बनाने तक पहुंची है। कटिंग टूल में एक ‘टोटल सोल्यूशन प्रोवाइडर’ के रूप में पहचान बनाने वाले अक्युशार्प के विविध उत्पादों की जानकारी इस पाठ में है।
1990 के दशक में पुणे के एम.आइ.डी.सी. में, कटिंग टूल को फिर से तेज बनाने यानि रीग्राइंडिंग के लिए, सिर्फ एक पुराना टूल ऐंड कटर ग्राइंडर ले कर हमने एक छोटासा कारखाना शुरू किया। वैसे देखा जाए तो मुझे व्यावसायिक शिक्षा का आधार नहीं था लेकिन धातु को काटने वाले टूल (मेटल कटिंग टूल) के क्षेत्र का मेरा अनुभव और टूल तेज करने के लिए आने वाले ग्राहकों की जरूरतों के अनुसार काम करने की तैयारी होने के कारण हमारा कारोबार आगे बढ़ा। इसका मूलाधारी उद्देश्य केवल टूल की कार्यक्षमता सुधारना ही नहीं बल्कि उनकी आयु बढ़ाना भी था। आवश्यकता के मुताबिक टूल की ज्यामिती में उचित बदलाव करने पर हमने ध्यान दिया।
‘ऐक्यूशार्प’ का सफर
1999 से आज तक के सफर में ऐक्यूशार्प ने पारंपरिक मशीनों से ले कर सी.एन.सी मशीनों तक की, तकनीकी विविधता की चुनौती का सामना सफलतापूर्वक किया है। टूल रीग्राइंडिंग से शुरुआत करने के बाद नए टूल निर्माण के कौशल अर्जित करना यह एक बहुत
बड़ा आहवान था। हमारे व्यवसाय का शुरुआती उद्देश्य था टूल रीग्राइंड करना, जो धीरे धीरे बदल कर टूल की संरचना, उनमें सुधार तथा उनके उत्पादन तक पहुंच गया। इसके पीछे का तर्क भी स्पष्ट था। लघु, मध्यम आकार के उद्योगों में ज्यादातर पारंपरिक मशीन थे जिस कारण काटने की गति और सरकन गति (फीड रेट) सीमित थे, मतलब एक मर्यादा के आगे उन्हें बढ़ा नहीं सकते थे। इसलिए इन मशीनों पर एच.एस.एस. टूल का प्रयोग होता था, लेकिन जैसे लघु उद्योगों में पारंपरिक मशीनों की जगह सी.एन.सी. मशीनों ने ले ली, वैसे एच.एस.एस. टूल की जगह कार्बाइड टूल आ गए। साथ ही, विशिष्ट कामों के लिए विशिष्ट टूल की जरूरत भी बढ़ने लगी। इन सारी चीजों के लिए ऐक्यूशार्प के पास आज 130 कुशल कर्मचारियों के साथ 3D साफ्टवेयर सहित सुसज्जित संरचना विभाग, 10 सी.एन.सी. मशीनों से परिपूर्ण उत्पादन विभाग तो हैं ही, साथ ही बनाए जाने वाले टूल की गुणवत्ता जांचने हेतु ‘झोलर’ कंपनी का लेसर तकनीक वाला जांच यंत्र भी है। उसी तरह टूल पर आवश्यक परत चढ़ा कर उनकी आयु बढ़ाने की सुविधा भी उपलब्ध है। प्रतिस्पर्धात्मक बाजार में अपना स्थान तथा अच्छी प्रतिमा बनाई रखने के लिए हमने 2011 में ISO 9001-2008 प्रमाणपत्र भी हासिल किया है। शुरुआती दिनों में ऐक्यूशार्प ने गोलाकार टूल रीग्राइंड करने की नीति अपनाई थी। इससे हम उद्योग के इस विशिष्ट क्षेत्र में प्रतिस्पर्धात्मक रह सके। साथ ही टूल के विभिन्न हिस्सों पर ध्यान केंद्रित कर के, किसी विशिष्ट जरूरत के लिए उचित समाधान पाने हेतु कई परीक्षण भी कर सके।
सामान्यतः कटिंग टूल के विभिन्न प्रकारों के अनुसार, जैसे कि टर्निंग, मिलिंग, ड्रिलिंग, रीमिंग आदि के लिए आवश्यक टूल की विशिष्टताएं मानकीकृत हैं। इस उद्योग में अग्रणी रहने के लिए टूल का कच्चा माल, ज्यामिती तथा चिप ब्रेकिंग का तरीका इनमें से किसी एक में विशेषता होनी चाहिए। इसके लिए बड़ी कंपनियों में कुशल अनुसंधान और विकास विभाग की सहायता मिलती है, लेकिन इस मामले में भी खुद का अनुसंधान एवं विकास विभाग शुरू कर के अपनी तरक्की करने पर हमें गर्व है।
उत्पादन क्षेत्र की उन्नति से मेल रखते हुए हमने भी नए तकनीक अपना कर कंपनी में जरूरी बदलाव लाने की संकल्प शक्ति और हिम्मत दिखाई है। उद्योग में वृद्धि, ग्राहकों की टिप्पणियां और शिकायतों की जड़ खोज निकालने के लिए तथा पूरे कारोबार की जानकारी अद्यतन रखने के लिए SAP प्रणाली का प्रयोग कर के हमने यह साबित किया है। ग्राहकों की बदलती जरूरतों के अनुसार नए कार्बाइड टूल निर्माण करना हमारा बलस्थान रहा है। हम यह निर्माण 8 से 10 दिनों में कर पाते हैं और इसके कारण हैं
• टूल निर्माण में हमारी क्षमता और कौशल।
• टूल की संरचना, उत्पादन एवं गुणवत्ता जांच यह सारे काम एक छत के नीचे होते हैं।
• काम पूरा करने में संभाव्य देरी टालने हेतु काम की सारी प्रक्रियाओं में सूचना का आदान-प्रदान प्रवाही हो और काम कहीं ना रुके इसके प्रति हम सचेत रहते हैं।
पारंपरिक टूल के अलावा हमारे अपने उत्पादों की विशाल श्रेणी भी है।
1. वूड रफ कटर
सामान्यतः वूड रफ कटर की धाराएं (फ्लूट) अक्ष को समानांतर होती हैं या निश्चित कोण में एक तरफ झुकी हुई होती हैं, जिसे हेलिक्स ऐंगल कहते हैं। हेलिक्स ऐंगल सामान्यतः अक्ष की एक तरफ ही होते हैं। ऐसे टूल, ऑटोलॉक चक या स्पिंडल पर लगाए हुए होल्डर में पकड़ कर, यंत्रण के लिए इस्तेमाल किए जाते हैं। इस प्रकार के टूल कभी कभी स्पिंडल की उल्टी दिशा में लटकते (ओवरहैंग स्थिति में) रहते हैं। ऐसे टूल इस्तेमाल करते हुए काटने की गति, फीड रेट तथा काट की गहराई पर सीमाएं आती हैं। इसका कारण यह है कि यंत्रण के दौरान टूल पर दबाव आ कर स्पिंडल पर कंपन पैदा होते हैं। फलस्वरूप कार्यवस्तु की सतह ऊबड़खाबड़ (चैटर मार्क) होती है, जो गुणवत्तापूर्ण उत्पादों के संदर्भ में अस्वीकार्य है। स्पीड एवं फीड की इन मर्यादाओं की वजह से आवर्तन काल बढ़ कर उत्पादकता कम होती है।
इसका उपाय करने के लिए, अर्थात यंत्रण के दौरान ऐसे टूल पर आने वाला दबाव घटाने के लिए ऐक्यूशार्प ने टूल की ज्यामिती थोडी बदल दी। टूल की धाराओं को अक्ष पर जो कोण दिया होता है, उसे हर दूसरी धारा में पहले से विरुद्ध कोण दिया। यानि एक धारा को दाहिनी तरफ और दूसरी धारा को बायीं तरफ कोण दे कर उनकी रचना की। फलस्वरूप, बाजू के धारा के विरुद्ध कोण से टूल पर आने वाले दबाव का संतुलन हो कर वह कुछ हद तक कम हुआ। यंत्रण करते समय काटने की गति, फीड रेट और काट की गहराई आदि मर्यादाएं घट कर, कार्यवस्तु की गुणवत्ता बनाए रखते भी, उत्पादकता में वृद्धि हुई।
इस प्रकार के कटर का उपयोग वाहन उद्योग में क्रैंकशाफ्ट के ‘की-वे’ बनाने तथा कनेक्टिंग रॉड जैसी कार्यवस्तु पर नॉचिंग क्रिया करने के लिए होता है।
2. स्टेप ड्रिल
स्टेप ड्रिल एक ही समय दो सतहों पर काम करते हैं। छिद्रों का आकार तथा उनकी अलग अलग लंबाई ध्यान में लेते हुए टूल तेज करते समय सटीक नियंत्रण रखने से कार्यवस्तु पर इच्छानुसार आकार मिल सकते हैं। यह टूल रीग्राइंड करने का काम खास प्रोग्रैम किए हुए विशिष्ट मशीनों पर होता है, क्योंकि उस प्रोग्रैम में सारे जरूरी आकार, लंबाई एवं ज्यामिती सटीकता से नियंत्रित की होती है। इस प्रकार के स्टेप ड्रिल सिलिंडर हेड के नॉजल बोर के यंत्रण के लिए अथवा अन्य कार्यवस्तुओं के समरूप ऐप्लिकेशन के लिए इस्तेमाल होते हैं।
3. ड्रिल काउंटर रीमर
इस विशिष्ट स्टेप ड्रिल में छिद्र का आकार तथा लंबाई अचूकता से नियंत्रित की जाने से लगातार वही आकार मिलते रहते हैं। एक ही आवर्तन (पास) में सारी प्रक्रियाएं पूरी की जाती हैं। हमने इस ड्रिल का प्रयोग प्रथमतः वाहन उद्योग में गियर लीवर सिलेक्टर के छिद्र के यंत्रण हेतु किया है।
4. डाई बनाने के लिए आवश्यक बॉल नोज कटर और रीमर
डाई निर्माण उद्योग में ये टूल हमेशा इस्तेमाल होते हैं। ऐक्यूशार्प ने बहुत किफायती दाम में इनकी आपूर्ती कर के अपनी बहुकुशलता का प्रमाण दिया है।
5. अत्यंत अचूक टॉलरन्स के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ड्रिल
38 से 40 HRC कठोरता (हार्डनेस) होने वाली कार्यवस्तु पर छिद्र बनाते समय क7 टॉलरन्स में छिद्र का नाप नियंत्रित करते हुए 6 ठर का पृष्ठीय फिनिश पाना हो, तो सामान्यतः कम से कम ड्रिल, होल मिल और सही नाप का रीमर इन 3 टूल का यथाक्रम प्रयोग करना होता है। इस वजह से इस प्रक्रिया का आवर्तन काल एकल टूल प्रक्रिया की तुलना में तिगुना हो जाता है। और हर टूल से काट कर निकाला जाने वाला कार्यवस्तु का हिस्सा थोडा भी कम ज्यादा होने से, बनने वाले छिद्र की अचूकता पर असर होता है। जैसे कि छिद्र का नाप कम या ज्यादा हो जाना, सतह पर कटिंग की निशानी दिखना आदि। इनका सकल नतीजा होता है कार्यवस्तु की गुणवत्ता में निरंतरता का अभाव और उत्पादकता में कमी।
इस समस्या के समाधान के रूप में ऐक्यूशार्प ने सटीक टॉलरन्स वाला, नई परिकल्पना से बनाया गया, एक ड्रिल विकसित किया है। इसमें एक ही ड्रिल से सारे काम एक ही समय करने की कल्पना साकार की गई है। इस एक ही टूल के एक ही पास में छिद्र का इच्छित नाप और उसके पृष्ठ की चिकनाई निश्चित रूप से प्राप्त हो सकती है। लेकिन 35 HRC से कम कठोर कार्यवस्तु पर इस ड्रिल के अपेक्षित परिणाम नहीं मिलते हैं।
पत्थर तोड़ने वाले ड्रिल (रॉक ड्रिल) की नोक पर कार्बाइड के इन्सर्ट लगाने होते हैं। उनके लिए बनाए जाने वाले छिद्रों का अचूक टॉलरन्स पाने हेतु ऐक्यूशार्प द्वारा बनाए गए इस प्रकार के ड्रिल भरोसेमंद तरीके में अपनाए जा सकते हैं।
6. शीतक का अंदरूनी प्रवाह होने वाले ट्विस्ट ड्रिल
सी.एन.सी. मशीन में यंत्रण अच्छी तरह से होने के लिए दबाव युक्त शीतक का इस्तेमाल किया जाता है। इसके लिए हेलिकल ड्रिल फ्लूट के अंदर इस शीतक का मार्ग प्रशस्त किया होता है। ऐसे समय, छोटे व्यास के टूल बनाने में उनकी संरचना तथा निर्माण पर कई सीमाएं आती हैं। लेकिन ऐक्यूशार्प ने ये जरूरतें पूरी करने हेतु स्पिंडल से शीतक को पार कराने वाले कई तरह के टूल बनाए हैं जिनकी शुरुआत 3 मिमी. व्यास के ड्रिल से होती है और शीतक बहाने वाले छिद्र का व्यास लगभग 0.5 मिमी. होता है। ये ड्रिल कार्बाइड में बनाए जाते हैं।
7. खास आवश्यकताओं के अनुसार बनाए गए बॉल नोज कटर
हमारे एक ग्राहक ने अपनी एक विशेष जरूरत कंपनी के सामने रखी। क्रैंकशाफ्ट के बेरिंग को स्नेहक तेल (लुब्रिकेटिंग ऑयल) की आपूर्ती करने के लिए छिद्र बनाए होते हैं, जिन्हें गैलरी होल ही कहलाते हैं। ये छिद्र करते समय जहाँ दो छिद्र मिलते हैं, उस जगह पर नुकीली छोर बनने की संभावना होती है। चालू इंजन में प्रवाहित तेल पर दबाव रहता है। इस दबावयुक्त तेल की वजह से ये नुकीली छोर, अतिसूक्ष्म आकार के धातुकणों के रूप में विलग हो जाती है। धातु के ये कण बेरिंग के पृष्ठ पर पहुंचने से बेरिंग खराब होते हैं और इंजन बंद हो जाता है। इससे मूल मशीन बनाने वाले (OEM) की शोहरत और प्रतिमा पर धब्बा लग सकता है। इसी कारण, OEM ने पुर्जे के अंदरूनी तरफ होने वाले छिद्रों का सूक्ष्मदर्शी से निरीक्षण (एंडोस्कोपी) करना शुरू किया है। इस समस्या का हल निकालने वाले टूल बनाना, कटिंग टूल उत्पादकों के लिए एक बड़ी चुनौती थी। हमने इसके लिए बॉल नोज प्रकार का विशेष टूल बनाया है। यह टूल हैंड टूल के चक में बिठा कर पहले बनाए हुए छिद्र से पार कर के छिद्रों के परस्परच्छेदी केंद्रबिंदु तक पहुंचाया जाता है। वहाँ उसे गोल घुमा कर उस बिंदु के पास की नुकीली छोर निकाली जाती हैं। इस प्रक्रिया के बाद सूक्ष्मदर्शी से किए हुए परीक्षण में नुकीले छोर बचे नहीं दिखाई देते हैं।
8. लग ड्रिल
ऐक्यूशार्प द्वारा विकसित किया हुआ एक और विशेष टूल है लग ड्रिल। बड़े व्यास के सॉलिड कार्बाइड टूल का शुरुआती मूल्य काफी अधिक होता है। इस टूल के घिस जाने से वह उपयोग के लिए अयोग्य बन जाता है। जहाँ सेटअप कम सक्त (रिजिड) होने से टूल टूटने की संभावना अधिक होती है, वहाँ टूल बदलना/ठीक करना एक बड़ा खर्चा होता है। इसका कारण बहुत सीधा है, कि वे टूल संपूर्णतः कार्बाइड के बने होते हैं। टूल फेंक देने से होने वाला नुकसान कम करने के लिए एक नया टूल विकसित किया गया, जिसका शैंक कठोर (टफन्ड) स्टील का बना होता है और उसमें कार्बाइड के बिट बिठाए होते हैं। इस टूल का नामकरण बाद में लग ड्रिल किया गया। लंबाई/व्यास (L/D) का अनुपात 6 से 8 तक होने पर लग टूल विशेष प्रभावकारी साबित होते हैं और अच्छे दर्जेदार उत्पादन में सहायक होते हैं।
आने वाले कल में संरचना और उत्पाद विभाग अधिक उन्नतिशील बना कर वहाँ क्युबिक बोरॉन नाइट्राइड (उइछ) और पॉली क्रिस्टल डाइमंड (झउऊ) के टूल बना कर कारोबार बढ़ाने की हमारी योजना है। ऐक्यूशार्प अब सिर्फ कटिंग टूल बनाने वाली कंपनी नहीं रही है। अब हमारी पहचान कटिंग टूल क्षेत्र में टूलसंबंधी हर समस्या का समाधान देने वाली कंपनी के रूप में बन गई है।
0 9822978600
ilyas@accusharp.co.in
इलियाज शेखजी ‘ऐक्यूशार्प कटिंग टूल्स प्रा. लि.’ कंपनी के संस्थापक और प्रबंधक संचालक है। आप को टूलिंग क्षेत्र का 30 साल का गहरा तजुर्बा है।