संपादकीय

01 Jun 2019 15:32:08
 
Editorial
 
 
मशीन टूल के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर महत्वपूर्ण मानी जाने वाली उखचढ प्रदर्शनी चाइना के बीजिंग शहर में, कुछ ही दिनों पहले संपन्न हुई। इसमें कुल 1600 से भी ज्यादा कंपनियों ने अपने उत्पाद पेश किए। 9 भारतीय उद्यमियों के स्टॉल इस प्रदर्शनी में थे (2017 में यही संख्या 6 थी)। जाहिर है कि यह संख्या उपेक्षणीय है किंतु, सभी प्रकार के उत्पादन क्षेत्र में अग्रणी होने वाले चाइना जैसे देश में अपना उत्पाद प्रस्तुत करना भी निःसंदेह गर्व की बात है।  
 
इस बार CIMT का नीति वाक्य (मोटो) था ‘Win the Smart Future Together’ यानि ‘बुद्धिमान और शानदार भविष्य मिल कर हासिल करें’। ठीक इसी विचार से ‘उद्यम प्रकाशन’ने ‘धातुकार्य’ पत्रिका का प्रकाशन आरंभ किया है ताकि भारतीय लघु, मध्यम उद्यमियों को नवीनतम तंत्र, प्रक्रिया, मशीन आदि की जानकारी स्थानीय भाषाओं में प्राप्त हो कर, वे अभियांत्रिकी निर्माण के क्षेत्र की चुनौतियों का सामना कर के विश्वस्तरीय प्रतिस्पर्धा में बने रहें।
 
इस प्रकार की प्रदर्शनियों में एक बात हमेशा नजर आती है कि चाइना, जापान तथा युरप के प्रगत देशों के साथ ही ताइवान, थाइलैंड, कोरिया जैसे देश भी, अभियांत्रिकी मशीन तथा उत्पादों के संदर्भ में, भारत से बहुत आगे हैं। इसकी एक महत्वपूर्ण वजह यह है कि इन देशों में अभियांत्रिकी की शिक्षा एवं संबंधी जानकारी मातृभाषा में उपलब्ध है। लेकिन भारत में यह शिक्षा प्रायः अंग्रेजी में दी जाती है। अंग्रेजी पर पर्याप्त प्रभुत्व न होने के कारण कारखानों में काम करने वाले तंत्रज्ञ, अभियंता एवं कर्मचारी उनके क्षेत्रों में आए नए बदलावों से अपरिचित रह जाते हैं और उन्हें खुद के तथा सहकर्मियों के अनुभव से ही काम चलाना पड़ता है। उद्योगविश्व में नया क्या हो रहा है, किस प्रकार के तंत्रज्ञान का ज्यादा प्रयोग हो रहा है आदि बातों की जानकारी कर्मचारी अगर तत्काल पाते गए तो वे उस ज्ञान का उपयोग अपने रोजमर्रा के काम में कर के उत्पादकता बढ़ा सकते हैं। इससे लागतें भी घट सकती हैं।
  
यही प्रयास हम धातुकार्य पत्रिका के माध्यम से कर रहे हैं। इस अंक में मशीनिंग सेंटर के बारे में अधिक जानकारी दे कर मशीनिंग सेंटर के विविध उपलब्ध प्रकारों की पहचान कराई गई है। कोई भी मशीन खरीदते समय कारखाने के मालिक ने किन मुद्दों पर सोचना चाहिए इस बारे में मार्गदर्शन देने वाला पाठ आप इस अंक में पढ़ सकते हैं। बाजारों की मांग तथा बदलते हालातों के अनुसार गेजिंग मे आए परिवर्तनों का ब्यौरा देने वाले पाठ के साथ ही वायुमापन का मूलतत्व समझाने वाला लेख भी यहाँ समाविष्ट है। वी.एम.सी. की लेसर द्वारा जांच करने की तकनीक बताने वाला लेख इस अंक में है। टूल होल्डर के विभिन्न प्रकारों की विस्तृत जानकारी, उनकी विशेषताओं के साथ दी गई है जो आपके जरूर काम आएगी। इंडस्ट्री 4.0 इस आधुनिक सूचना तकनीक का प्रभावशाली उपयोग कारखाने में किस तरह किया जा सकता है इसकी परिचर्चा, मिसालों के साथ, करने वाला लेख पढ़ने के बाद आपकी कई आशंकाएं दूर हो जाएगी। इनके अलावा जिग और फिक्श्चर, सी.एन.सी. प्रोग्रैमिंग, मशीन मेंटेनन्स, टूलिंग में सुधार तथा कम खर्चे में स्वचालन जैसी नित्य लेखमालाओं द्वारा ज्ञान एवं जानकारी आप तक पहुंचाने का प्रयास हमने किया है जिसकी सहायता आपको हरदिन के कामों में होगी।
 
पत्रिका में पाठकों का सहयोग बढ़ाने हेतु हम कई गांवों तथा शहरों में जा कर पाठकों से मुक्त संवाद अभियान चला रहे हैं। हर अंक में आप से लेखन, अभिदान तथा विज्ञापनों के लिए अनुरोध भी किया जा रहा है ताकि आप इस अभियान से जुड़ सके। आपके नए उत्पाद तथा आपने आपकी फैक्टरी में किए सुधार जैसी बातों की जानकारी अब 45,000 मशीन शॉप तक पहुंचाई जा सकती है। लेखन, अभिदान तथा विज्ञापनों द्वारा आपसे पाई जाने वाली अनुक्रिया हमारे लिए उम्मीद दिलाने वाला है और वही आप से अधिक व्यापक रूप में मिलने का हमें भरोसा भी है।
   

दीपक देवधर
deepak.deodhar@udyamprakashan.in
 
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