हमारे लेखक बने
उद्यम प्रकाशन ने मासिक पत्रिकाओं का प्रकाशन आरंभ कर के अब 3.5 से अधिक वर्ष हुए हैं। अब तक प्रकाशित अंकों द्वारा 450 से भी अधिक लेख पाठकों तक पहुंचे हैं। इन लेखों में से हमने नए उत्पाद, आधुनिक तंकनीक, कारखानों एवं प्रक्रियाओं में सुधार जैसे विविध विषयांसंबंधी ज्ञान तथा जानकारी पाठकों तक पहुंचाने का प्रयास किया है। आने वाले दिनों में भी इसी प्रकार की दर्जेदार जानकारी, विभिन्न विषयों के साथ आपको पेश करने के लिए हम उत्सुक हैं। इन पत्रिकाओं से प्राप्त हुई जानकारी पाठकों को अपने काम में उपयोगी साबित हो रही है, जिसका बयान सकारात्मक अनुक्रियाओं द्वारा हमारे साथ लेखकों तक भी पहुंचता है। यह भी देखा गया है कि लेखकों ने प्रस्तुत किए सुधार तथा उत्पादों के बारे में पाठक उनसे ही सीधी पूछताछ करते हैं। उत्पाद एवं नए तंत्र योग्य ग्राहकों तक पहुंचाने में हमारी पत्रिकाएं, उद्यमियों के लिए एक प्रभावशाली मंच के रूप में काम करती हैं। हमारी पत्रिकाएं, इंजीनीयरिंग वर्कशॉप से संबंधी काम करने वाले हर एक व्यक्ति के लिए हैं। महाराष्ट्र एवं गुजरात के साथ दक्षिण तथा उत्तर भारत में पहुंचती ये पत्रिकाएं मराठी, गुजराती, हिंदी और कन्नड भाषाओं में प्रकाशित की जाती हैं। हमारा प्रयास है कि लघु, मध्यम उद्यमी से ले कर आम कर्मी तक हर एक को इस पत्रिका में पढ़नेलायक कुछ मिले।
हमारी अपेक्षा है कि अपने अनुभव पर आधारित लेख इन पत्रिकाओं में छपे हो। वर्कशॉप में काम करते समय आपने कुछ विशेष उत्पादन तकनीक का इस्तेमाल किया होगा, नवकल्पनाओं पर अमल कर के निर्माण का खर्चा घटाया होगा, अलग नियोजन कर के मौजूदा सामग्री में से अधिक उत्पादन हासिल किया होगा या अन्य सुधार किए होगे। साथ ही, शॉपफ्लोर पर काम के दौरान कई बार मजेदार किस्से होते हैं, जिनके पीछे कार्यपद्धति या उसका गलत आकलन एवं गलतफहमियों अथवा अन्य कारण हो सकते हैं। लेकिन ऐसी घटनाओं से हमें कुछ सीख मिलती है तथा नए अनुभव भी आते हैं। हम चाहते हैं कि ऐसे अनुभव और आपके नए उत्पाद तथा तकनीकों की जानकारी 50,000 से भी अधिक कंपनियों में फैले पाठकों तक पहुंचे।
अभियांत्रिकी क्षेत्र में एक बहुत बड़ी गलतफहमी है कि इंजीनीयर या कारखाने का कर्मचारी लेखक नहीं हो सकता। आपके विचार वास्तव में प्रकट करने के कई मार्ग उपलब्ध हैं। आप अपनी भाषा में जानकारी लिख कर भेज सकते हैं या आपके स्मार्टफोन में उसका ध्वनिलेखन (रेकॉर्डिंग) कर के भेज सकते हैं। आपसे प्राप्त दस्तावेज पर हमारे लेखनकुशल सहकारी काम करेंगे और सुधारित पाठ आपको, आपकी सहमति हेतु भेजा जाएगा। आपका दस्तावेज प्रकाशित करने योग्य बनाने के लिए आवश्यक सभी सहायता आपको मिलेगी।
भारतीय कार्यसंस्कृति अधिक उन्नत तथा ज्ञान से समृद्ध बनाने के उद्देश्य से आरंभ किए इस अभियान में शामिल होने का अनुरोध हम आप सब से करते हैं। हमें यकीन है कि हम आपसे विविधतायुक्त एवं दर्जेदार जानकारी पाएंगे। इस संबंध में आगे दिए हुए दूरभाष क्रमांक या इमेल पर संपर्क अवश्य संपर्क करें।
दूरभाष क्र. + 91 9359104060
इमेल : subeditor@udyamprakashan.in