हमारे बारे में

17 Feb 2020 18:25:00
लघु एवं मध्यम आकार के कारखानों में काम करने वाले तंत्रकर्मियों तक नवीनतम अभियांत्रिकी ज्ञान तथा जानकारी सहजता से पहुंचाने के लिए अभियांत्रिकी संबंधी तकनीकी किताबें तथा पत्रिकाएं क्षेत्रीय भाषाओं में प्रकाशित करने के उद्देश्य से उद्यम प्रकाशन संस्था काम कर रही है। जून 2017 में हमने मराठी भाषा में एक मासिक पत्रिका पेश की जिसका नाम है ‘धातुकाम’। नवंबर 2018 से हमने, समरूप पत्रिका कन्नड (लोहकार्य) एवं हिंदी (धातुकार्य) भाषाओं में प्रकाशित करना आरंभ किया है।
 
मासिक पत्रिकाएं, विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे नवीनतम अभ्यास, बाजार में उपलब्ध नए उपकरण एवं प्रयोगों की महत्वपूर्ण जानकारी नियमित रूप से प्रकाशित कर के अपना योगदान देती हैं। कोई भी पत्रिका के, हर महीने प्राप्त होने वाले, नए अंक का शीघ्र अवलोकन आम तौर पर किया जाता ही है। इसी अवलोकन के बाद, पढ़ी गई कोई दिलचस्प जानकारी दोस्तों एवं सहकर्मचारियों से साझा की जाती है। इस प्रकार नया तकनीकी ज्ञान संबंधित उद्योग-क्षेत्र में आसानी से फैल सकता है और इसी कारण उद्यम क्षेत्रीय भाषाओं में, किताबों के साथ, मासिक पत्रिका भी प्रकाशित करने जा रहा है।
 
अमरीका एवं युरप के देशों में मशिनिंग उद्योगों से संबंधित कई पत्रिकाएं प्रकाशित होती हैं, जैसे कि ‘मॉडर्न मशिन शॉप’, ‘अमेरिकन मशिनिस्ट’, ‘फर्टिगंग’ आदि। हमारी मराठी ‘धातुकाम’, हिंदी ‘धातुकार्य’ तथा कन्नड ‘लोहकार्य’ मासिक पत्रिकाओं की गुणवत्ता ठीक इनके बराबर है। हमारी पत्रिका का प्रधान उद्देश्य है मशिन टूल के उपयोग से यंत्रण प्रक्रिया द्वारा पुर्जे बनाने की आधुनिक एवं नवीनतम पद्धतियों की जानकारी पाठकों को उनकी भाषा में उपलब्ध कराना। इस पत्रिका में नए उत्पाद, नई प्रक्रियाएं, कारखाने में किए गए सुधार आदि के बारे में लिखा जाता है। हर माहवार अंक में हम वह जानकारी देने का प्रयास करेंगे जो कर्मचारी, निरीक्षक तथा अधिकारी आदि सभी को उपयुक्त साबित होगी।
 
महाराष्ट्र में स्थित करीबन १६,००० लघु एवं मध्यम उद्योगों में धातुकाम मराठी मासिक पत्रिका फिलहाल पहुंचती है। इसी प्रकार कर्नाटक के १०,००० कारखानों में कन्नड संस्करण और दिल्ली के साथ उत्तरी राज्यों के १५,००० कारखानों में हिंदी संस्करण पढ़ा जाता है और इनकी उपयोगिता की सराहना की जाती है। आने वाले महीनों में, गुजराती तथा तमिल भाषाओं में भी इसी तरह की पत्रिका उपलब्ध कराने का प्रयास हम कर रहे हैं। आप इस पत्रिका को हमारी वेबसाइट www.udyamprakashan.in पर भी पढ़ सकते हैं।
 
छोटे एवं मध्यम आकार की यांत्रिकी औद्योगिक इकाइयां भारत में आज हजारों की संख्या में हैं जिनमें लाखो व्यक्ति काम करते हैं किंतु अधिकांश कर्मचारी तथा ऑपरेटर अंग्रेजी भाषा से दूर हैं। इन्हें तकनीकी प्रशिक्षा दे कर कुशल बनाना हो और कार्यक्षमता बढ़ानी हो तो यह प्रशिक्षा स्थानीय या क्षेत्रीय भाषा में होना अनिवार्य है। यह काम योग्य किताब पढ़ने से हो सकता है और इसीलिए इस क्षेत्र में नया प्रवेश करने वाले व्यक्तियों को उपयोगी साबित होने वाली कितोबों पर हमारा एक विभाग काम कर रहा है। ये किताबें कारखाने में अपनाई जाने वाली इष्टतम कार्यपद्धतियां सिखाने में मदद कर सकती हैं। मेकैनिकल हैंडबुक, सुलभ यंत्रशाला, उन्नत यंत्रशाला, असेंब्ली-डिसअसेंब्ली यह चार किताब जल्द ही तैय्यार हो जाएंगे। अपेक्षा है कि इन किताबों की सहायता से कारखाने का काम ‘नॉलेजेबल वर्किंग’ बन कर कार्यप्रदर्शन में सुधार होगा। 
 
तकनीशियन की मातृभाषा में उसे जानकारी देने का निश्चित उद्देश्य रख कर, पेशेवर तथा विभिन्न कार्यक्षेत्रों में अनुभवी अभियंताओं का एक समूह उद्यम से जुट कर, उल्लास के साथ इस पर काम कर रहा है। मासिक तथा किताबें बनाने हेतु आवश्यक आधुनिक संसाधन हमारे कार्यालय में ही उपलब्ध हैं। हमारे संस्करणों का आशय एवं रचना अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं के समान रखने का प्रयास हम निरंतर करते हैं। 
Powered By Sangraha 9.0