प्रीसेटर यह उपकरण टूल के मापन और टूल ऑफसेट सेट करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। प्रीसेटर, टूल पर ऑफलाइन तरीके से काम करता है। पारंपरिक तरीके में आम तौर पर सी.एन.सी. मशीन पर ही टूल को नापा जाता है। लेकिन इस काम में बहुत समय लगता है और यह काम उत्पादन रोक कर ही किया जा सकता है। इस वजह से मशीन का डाउनटाइम बढ़ता है जो किसी भी उद्यम के लिए हानिकारक होता है। इसी लिए प्रीसेटर की सहायता से हम काम की गति बढ़ा सकते हैं। मशीन पर प्रत्यक्ष उत्पादन करते वक्त तथा उत्पादन का कोई नुकसान ना करते हुए, टूल का मापन कर के उसे प्रीसेटर पर सेट किया जा सकता है और मशीन को अधिकाधिक उत्पादन के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। प्रीसेटर की संकल्पना की शुरुआत होने से पहले, टूल का मापन करते या टूल सेट करते समय कर्मचारी 25 से 30 माइक्रोन मोटाई का कागज का टुकड़ा इस्तेमाल करते थे। फलस्वरूप, वास्तव में कार्यवस्तु पर प्रतिबिंबित होने वाली त्रुटि (एरर) कम से कम 25 माइक्रोन तक की होती थी।
चित्र क्र. 1 : टूल प्रीसेटर
प्रीसेटर के कारण यह काम हम प्रतिमा पर प्रक्रिया (इमेज प्रोसेसिंग) करने वाली एक छोटी मशीन द्वारा कर सकते हैं। इस मशीन में, टूल का मापन कम से कम 1 माइक्रोन तक की सटीकता से कर सकने वाले खास कैमरे (चित्र क्र. 1) लगाए होते हैं। इससे समय की बचत होती है। उचित सेटिंग करने से हम 100% अचूक और दर्जेदार पुर्जे बना सकते हैं। संक्षेप में कहे तो, सटीकता से नाप कर सेट किए हुए टूल, मशीन का बढ़ा हुआ उत्पादक समय और टूल द्वारा अधिकाधिक हासिल की गई सेवा, इन तीनों द्वारा हम उद्यम अधिक किफायती बना सकते हैं।
टूल के मापन की गुणवत्ता एवं उसके प्रबंधन की बात हो, तो प्रीसेटर का इस्तेमाल अनिवार्य होता है। हर उद्यमी की कोशिश यही रहती है कि कार्यपद्धति के आवर्तन काल (साइकिल टाइम) में सुधार हो, मशीन का डाउनटाइम न्यूनतम हो और कार्यपद्धति का दर्जा ऊंचा रख कर दर्जेदार उत्पाद बनाए जा सके। हर उत्पादक का लक्ष्य होता है सर्वोत्तम निर्माण। प्रीसेटर की सहायता से टूल का सटीक मापन कर के यह हासिल किया जा सकता है।
टूल प्रीसेटर का काम करने का तरीका
प्रीसेटर में बिठाए हुए उच्च गुणवत्ता के कैमरे द्वारा टूल से पार होने वाला प्रकाश पकड़ कर, इमेज प्रोसेसिंग की सहायता से कर्तन छोर (कटिंग एज) का सटीक मापन किया जाता है। इस काम के लिए पूर्ण स्वचालित या अर्ध स्वचालित प्रीसेटर, बाजार में
उपलब्ध हैं।
चित्र क्र. 2 : QR कोड के इस्तेमाल से जानकारी हासिल करना
जानकारी के स्थानांतरण (डेटा ट्रान्स्फर) हेतु अनेक विकल्प मौजूद हैं। उदाहरण के लिए, आप कोई भी जानकारी आगे पहुंचाने के लिए LAN इस्तेमाल कर सकते हैं। QR कोड के इस्तेमाल से (चित्र क्र. 2) किसी भी टूल की जानकारी आगे भेज सकते हैं। उसी तरह रेडियो फ्रीक्वेन्सी आइडेंटिफिकेशन (RFID) के इस्तेमाल से भी प्रीसेटर की जानकारी का स्थानांतरण, उत्पादक मशीन पर किया जा सकता है। जानकारी के स्थानांतरण हेतु ग्राहक, अपनी उत्पादन कार्यप्रणाली के अनुसार, सुविधाजनक विकल्प का उपयोग कर सकता है।
प्रीसेटर की मुख्य विशेषताएं
• मजबूत और स्थिर ढ़ांचा
• इमेज प्रोसेसिंग करने वाली तकनीक
• सेटिंग किया जाने वाला टूल पकड़ने के लिए स्पिंडल
• Z और X अक्षों के ड्राइव
• परावर्तित होने वाली रोशनी की गुणवत्ता
चित्र क्र. 3 : प्रीसेटर के इस्तेमाल से टूल का मापन करते हुए
नॉन कॉन्टैक्ट प्रीसेटर और कॉन्टेैक्ट प्रीसेटर की तुलना
नॉन कॉन्टैक्ट प्रीसेटर, मुख्य रूप से प्रोब प्रणाली की सहायता से काम करते हैं। टूल के कटिंग एज पॉइंट को ट्रेस करने और उसके जरिए टूल की ऊंचाई तथा व्यास निश्चित करने के लिए प्रोब प्रणाली का इस्तेमाल किया जाता है। कर्तन छोर से होने वाला, प्रोब का सूक्ष्म संपर्क बहुत महत्वपूर्ण होता है और इसी लिए उसका इस्तेमाल नियंत्रित परिवेश में किया जाता है।
कॉन्टैक्ट तरीके की मापन पद्धतियां किफायती कीमत पर उपलब्ध हैं और लंबे समय तक चलती हैं। मापन के इस तरीके को पारंपरिक तरीका माना जाता है क्योंकि इसकी सटीकता ऑपरेटर की कुशलता पर निर्भर करती है।
नॉन कॉन्टैक्ट प्रीसेटर से सबसे बड़ा लाभ यह है कि नापे जा रहे टूल की नुकसानी की कोई संभावना नहीं होती। कॉन्टैक्ट प्रीसेटर के इस्तेमाल के वक्त टूल की तेज छोर का नुकसान हो सकता है, फलस्वरूप निम्नस्तरीय उत्पादकता और रिजेक्शन में बढ़ोतरी होती है।
टैक्टाइल मापन तरीके की तुलना में ऑप्टिकल मापन तरीके में दिखने वाला चित्र बहुत ही साफ तथा समझने में आसान होता है। प्रतिमा प्रक्रिया की तकनीक, टास्क बटन की सहायता से, समझने एवं उपयोग में आसान प्रणाली (इंटरफेस) उपलब्ध कराती है। कोई भी कर्मी, साधारण टूल के मापन और सेटिंग का काम बहुत ही आसानी से कर सकता है।
भविष्य में, 3D स्कैनिंग के इस्तेमाल से कार्यवस्तु तथा टूल की 3D प्रतिमाएं ले कर सेटिंग करने की पद्धति से काम किया जाएगा। झोलर की 3D जांच करने वाली छः अक्ष वाली मशीन, सटीक ऑप्टिकल मापन के साथ ही उच्च स्तर का CNC स्वचालन भी उपलब्ध कराती है।
प्रीसेटर द्वारा उत्पादकता का स्तर बढ़ाना
टूलरूम में ब्रैंडेड प्रीसेटर के इस्तेमाल से होने वाले महत्वपूर्ण लाभ ऐसे हैं
• मशीन के अनुत्पादक समय में आई कमी
• उत्पादन क्षमता में हुई बढ़ोतरी
• टूल के इस्तेमाल का इष्टतमीकरण (ऑप्टिमाइजेशन)
• अस्वीकृत (रिजेक्टेड) पुर्जों की संख्या में आई कमी
• उत्पादन की गुणवत्ता में हुआ सुधार
• सभी स्तरों पर बढ़ी कुल उत्पादकता
प्रीसेटर की मापन की सटीकता प्रभावित करने वाले घटक
अति उच्च गुणवत्ता वाला स्पिंडल और टूल होल्डर, अत्यंत महत्वपूर्ण घटक हैं। टूल को सही तरीके से नहीं पकड़ा गया तो मापन में फर्क आ जाता है और उसके बुरे प्रभाव यानि गलत सेटिंग के कारण अपव्यय या अस्वीकार में बढ़त होती है। इसके अलावा उत्पाद की गुणवत्ता, मापन के लिए इस्तेमाल किए गए खास कैमरे, परावर्तित प्रकाश किरण जैसे घटक भी मापन एवं दृश्य कार्यपद्धति की सफलता आजमाने के लिए उतने ही जरूरी हैं। ब्रैंडेड उत्पाद, मजबूत और स्थिर ढ़ांचा, स्पिंडल एवं मशीन का उच्चस्तरीय कैलिब्रेशन आदि घटक, सटीक प्रीसेटिंग की नींव होते हैं।
चित्र क्र. 4 : मशीन से दूर स्थित टूल प्रीसेटर से, नेटवर्क द्वारा जानकारी पाना
उचित प्रीसेटर के चुनाव के लिए सहायक मापदंड़
नया प्रीसेटर खरीदते वक्त अनेक महत्वपूर्ण मापदंड़ों का ध्यान रखना पड़ता है। आप अगर खुदसे ही कुछ जरूरी सवाल पूछें तो आपकी आवश्यकतानुसार आपके सामने सही विकल्प आ जाएंगे।
आप अपने उत्पादन में कौनसे टूल इस्तेमाल करते हैं? आप टूल का उत्पादन खुद करते हैं या आपके पास उपलब्ध मशीन पर आपको टूल सेट करना है? क्या आपके टूल पर कोई विशेष आकार या ज्यामिति है, जैसे कि हॉब कटर अथवा हेलिकल टूल या श्रिंक फिट कर के बिठाया हुआ टूल?
आपको अपना प्रीसेटर सी.एन.सी. मशीन के बिल्कुल नजदीक चाहिए या आपके पास नियंत्रित परिवेश वाली इन्स्पेक्शन रूम है? प्रीसेटर पर कर्मचारी टूल सेटिंग करेगा या उत्पादन की आवश्यकताएं पूर्ण रूप से स्वचालित विकल्प द्वारा पूरी होनी चाहिए?
सारांश
ऐसे कई उपायों के इस्तेमाल से उपभोक्ता, अपनी भविष्य की आवश्यकताएं पूरी करने का प्रावधान कर सकता है। ब्रैंडेड प्रीसेटर केवल एक या दो मशीनों के लिए काम नहीं आते बल्कि पूरी उत्पादन प्रणाली के इष्टतमीकरण में सहायता करते हैं। उत्पादन की भरोसेमंद पद्धतियां, उसके दस्तावेज और ट्रेसेबिलिटी जैसी ग्राहकों की वर्तमान सटीक आवश्यकताओं को पूरा करने में प्रीसेटर अहम् भूमिका निभाते हैं।
महत्वपूर्ण बात यह है कि, इंडस्ट्री 4.0 अब केवल बड़े उद्योगों का विषय नहीं रहा है। अगर लघु तथा मध्यम उद्यमों को प्रतियोगिता में टिके रहना है, तो उनके लिए यह एक बड़ा मुद्दा है। ब्रैंडेड प्रीसेटर की सहायता से लघु उद्यमियोंसहित कोई भी उपभोक्ता, अपने पास अनुशासित तथा संगत जानकारी का संग्रह कर के स्वचालित प्रक्रिया की शुरुआत कर सकता है। इस हेतु लगाई हुई पूंजी पर कम समय में प्रतिफल मिल सकता है। तालिका क्र. 1 देखें।
तालिका क्र. 1 : प्रीसेटर के कारण होने वाली बचत
प्रीसेटर पर टूल की सेटिंग ऑफलाइन तरीके से होने के कारण (वह सी.एन.सी. मशीन के टूल मैगेजीन में बिठाया जाने से पहले) मशीन बंद रहने की कालावधि में बचत होती है।
मिसाल
पुणे के पास भोसरी औद्योगिक क्षेत्र में स्थित संजय टूल्स में झोलर कंपनी के टूल प्रीसेटर का 'स्माइल 400' मॉडल इस्तेमाल किया जाता है। संजय टूल्स के अैप्लिकेशन इंजीनीयर रवींद्र शेडगे, प्रीसेटर का मॉडल खरीदते समय और बाद में उस मॉडल द्वारा दी गई सेवा के बारे में बताते हैं, "झोलर का प्रीसेटर खरीदने से पहले हम जिस उपकरण पर टूल सेट करते थे उसका अचूक रीडिंग हमें जॉब पर नहीं मिलता था, कुछ फर्क दिखता था। इसकी मुख्य वजह थी टूल को प्रीसेटर पर बिठाने के बाद आने वाला रनआउट। साथ ही उस उपकरण पर विभिन्न आकार की प्रोफाइल सेट करने में कुछ सीमाएं थीं। हमने झोलर के प्रीसेटर के बारे में बहुत सुना था। झोलर में जा कर हमने वहाँ के उपकरणों पर 4-5 अलग अलग टूल सेट कर के लाए और उनका कार्यप्रदर्शन प्रत्यक्ष पुर्जे पर देखा। तभी से उनके उत्पादन पर हमारा पक्का विश्वास हो गया और हमने झोलर का प्रीसेटर खरीदने का तय किया। यह साबित हुआ है कि टूल प्रीसेटर की सहायता से टूल के खर्चे में हर साल लगभग 20% की बचत हो सकती है।"
संजय टूल्स में बिठाए हुए प्रीसेटर पर जांचे जाने वाले टूल में से कुछ प्रतिनिधिक टूल चित्र क्र. 5 में दिखाए हैं।
चित्र क्र. 5
"प्रीसेटर के ऊपरी हिस्से में लगाया हुआ कैमरा 90° में घूमता है। विभिन्न प्रोफाइल वाले टूल की प्रोफाइल सटीकता से जांचना, इससे संभव होता है। साथ ही उस पर लगाए गए LED की रोशनी के कारण अगर किसी टूल को रनआउट हो, तो उसे व्यास के दोनों तरफ से जांच कर निश्चित किया जाता है। रनआउट जांचने के लिए प्रीसेटर में अलग प्रोग्रैम शामिल है। एक और महत्वपूर्ण विशेषता यह है कि अगर किसी टूल की कैड ड्रॉइंग उपलब्ध हो तो उसे सिस्टम में लोड कर सकते हैं और टूल की तुलना उस ड्रॉइंग के साथ कर सकते हैं।"
संजय टूल्स में इस्तेमाल किए जाने वाले, झोलर कंपनी के स्माइल 400 मॉडल पर एक नया टूल जांचते समय का वीडियो बनाया गया है। प्रीसेटर का कुल कामकाज जानना चाहते हेतु पाठक यह QR code मोबाइल फोन पर स्कैन कर सकते हैं।
"इस प्रीसेटर पर टूल सेट करने के बाद उसका रिपोर्ट तैयार करने की भी सुविधा है। साथ ही झोलर का नाम अग्रणी होने के कारण बाजार में इस रिपोर्ट की बहुत विश्वसनीयता है। चूंकि हम ऐसे रिपोर्टों के रिकॉर्ड भंड़ारित करते हैं, हमारे ग्राहकों का हम पर होने वाला भरोसा बढ़ा है।"
अमित साळुंखे अभियांत्रिकी क्षेत्र का लगभग 15 वर्षों का अनुभव रखते हैं। आपने प्रीसेटिंग तथा इन्स्पेक्शन मशीन के क्षेत्र में करीबन 11 वर्ष काम किया है। फिलहाल आप झोलर इंडिया प्रा. लि. में साउथ ईस्ट एशिया विभाग के जनरल मैनेजर हैं।